MGM अस्पताल जमशेदपुर में नहीं बना आइसोलेशन वार्ड, डेंगू, चिकुनगुनिया से ग्रस्त 20 जवान इलाज को पहुंचे
मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। डेंगू जेई व चिकुनगुनिया मरीजों के इलाज के लिए पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वी सिंहभूम जिले में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हालांकि, इसके अनुसार विभाग की तैयारी नहीं है। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में इन मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड नहीं बनाया गया है, जिसके कारण मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है।
बुधवार को मुसाबनी स्थित सीआरपीएफ कैंप से 20 जवान इलाज कराने के लिए एमजीएम अस्पताल पहुंचे थे। इसमें 11 डेंगू, छह मरीज को डेंगू और चिकुनगुनिया दोनों और तीन सिर्फ चिकुनगुनिया रोग से ग्रस्त थे। सभी को ओपीडी में जांच की गई। शुक्र मनाइए कि इस दौरान किसी की स्थिति गंभीर नहीं पाई गई। अन्यथा भर्ती करना होता तो मुश्किल खड़ी हो जाती। क्योंकि एमजीएम अस्पताल में अभी तक आइसोलेशन वार्ड नहीं बन सका है। इन सभी जवानों में बीमारी की पुष्टि मंगलवार को हुई थी।
सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश
मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। डेंगू, जेई व चिकुनगुनिया मरीजों के इलाज के लिए पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। वहीं, संदिग्ध मरीजों की जानकारी भी तत्काल देने को कहा गया है ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा मिल सके। जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ. साहिर पाल ने कहा कि कोरोना के साथ-साथ मच्छरजनित बीमारियों को लेकर भी लोगों को अधिक अलर्ट होने की जरूरत है। ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकें।