Ranchi- Tata NH: 15 साल में भी नहीं बन सकी देश की इकलौती सड़क, अब एलिवेटेड कॉरीडोर का बन रहा प्रस्ताव
टाटा-रांची राष्ट्रीय उच्चपथ (एनएच-33) शायद देश की इकलौती सड़क है जो 15 साल बाद भी पूरी नहीं बन पाई। इसके लिए तमाम राजनीतिक दलों ने आंदोलन किया लेकिन सब बेकार रहा। एक बार तो जापानी उद्यमी भी सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के साथ धरना में शामिल हुए थे।
जमशेदपुर, जासं। टाटा-रांची राष्ट्रीय उच्चपथ (एनएच-33) शायद देश की इकलौती सड़क है, जो 15 साल बाद भी पूरी नहीं बन पाई। इसके लिए तमाम राजनीतिक दलों ने आंदोलन किया, लेकिन सब बेकार रहा। एक बार तो जापानी उद्यमी भी सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के साथ धरना में शामिल हुए थे।
आखिरकार उन्होंने यहां चल रही कंपनी से अपना निवेश वापस भी ले लिया। अब यह सड़क डिमना चौक से पारडीह चौक तो इतनी बदलहाल हो गई है कि पैदल चलना भी दूभर हो गया। फिलहाल इन दोनों चौक के बीच एलिवेटेड कॉरीडोर बनाने के प्रस्ताव पर काम चल रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसके लिए सांसद विद्युत वरण महतो को आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह के अंदर इस पर निर्णय ले लिया जाएगा। देखने वाली बात होगी कि आगे क्या होता है।
डिमना चौक से पारडीह चौक तक एनएच पर हो गए बड़े-बड़े गड्ढे
डिमना चौक से पारडीह चौक तक टाटा-रांची राष्ट्रीय उच्चपथ (एनएच-33) बदहाल हो गया है। लगातार बारिश से सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे तालाब जैसे बन चुके हैं। भाजमो उलीडीह मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह के नेतृत्व में पारडीह से डिमना चौक तक का जायजा लिया। भाजमो नेताओं ने कहा कि निर्माणाधीन एनएच-33 की स्थिति अत्यंत खराब है। सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है। बारिश के कारण पूरी सड़क मिट्टी व कीचड़ से सन गई है। फिसलन और बड़े गड्ढों के कारण दुर्घटना की आशंका काफी बढ़ गई है। मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह ने कहा कि इस सड़क पर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन एनएच निर्माण का कार्य काफी लंबे समय से अटका हुआ है। पूर्व की सरकार में संवेदक की नाकामी खुलकर सामने आई। एनएच निर्माण के नाम पर केवल राजनीतिक बयानबाज़ी होती रही। धरातल पर कोई काम नहीं हुआ, जिसका दंश मानगो की जनता को झेलना पड़ रहा है। अभी एनएच निर्माण बहुत ही धीमी गति से हो रहा है। भाजमो नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि एनएच निर्माण के कार्य में तेजी नहीं आई तो जनता के साथ आंदोलन करेगी। भ्रमण के दौरान उलीडीह मंडल के महामंत्री प्रेस सक्सेना, इंदुशेखर सिंह, अभिजीत सेनापति, मनोज गुप्ता सहित स्थानीय निवासी उपस्थित थे।