Indian Railways : ट्रेन के आखिरी डिब्बे में X का निशान क्यों होता है, कभी सोचा है आपने?
जब आप किसी रेलवे फाटक पर खड़े हो तो कई बार ट्रेन के पीछे X LV जैसे मार्क देखे होंगे। भले ही आपको इस बारे में जानकारी नहीं हो लेकिन रेलवे में अंग्रेजी अल्फाबेट के इन शब्दों के बड़े मायने हैं।
जमशेदपुर : भारतीय रेलवे के कोचो एवं डिब्बे में सांकेतिक रूप से कई चिन्ह होते हैं। यह रेलवे में सफर करने के दौरान या ट्रेनों के गुजरने के दौरान लोग आसानी से देख सकते हैं। अमूनन लोग सोचते हैं ये निशन क्या है? इसका अर्थ ढूंढने की कोशिश करते हैं।
ऐसे ही ट्रेनों में यात्रा करने वाले राजू गिरी एवं संतोष पासवान ने जब अंतिम डिब्बे में एक्स का चिन्ह देखा तो उनका उनके जेहन में कई सवाल उठे। तभी वहां से एक रेल अधिकारी गुजरा तो उनसे पूछा तो उस रेल अधिकारी ने बताया कि रेलवे में इस एक्स चिन्ह को क्रॉस कहते हैं। इसका मतलब है यह ट्रेन पूरी जा चुकी है। यह हमेशा आखिरी डिब्बे में होता है। यह निशान इसलिए बनाया जाता है जिससे स्टेशन में तैनात रेलवे कर्मचारियों को यह पता चल सके कि पूरी ट्रेन गुजर चुकी है। यह निशान नहीं मिलने पर किसी घटना की आशंका रेलवे कर्मियों को होती है। इस निशान को देखने के बाद ही रेलकर्मी स्टेशन में हरी झंडी दिखाते हैं।
अलर्ट के लिए आखिरी डिब्बे में होता है एक और निशान
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक रेलकर्मियों को अलर्ट रखने के लिए ट्रेन के आखिरी डिब्बे में एक और निशान होता है, वह है एलवी का। यह एक्स के साथ ही छोटे से बोर्ड पर लिखा होता है। एलवी का फुल फार्म लास्ट व्हेक्लिस है। इसका मतलब है आखिरी डिब्बा।
अगर किसी ट्रेन में आखिरी डिब्बे पर क्रॉस का निशान और एलवी में से कोई भी संकेत नहीं हाेता है तो यह आपातकालीन स्थिति है। इससे रेलकर्मी अलर्ट हो जाते हैं और नजदीकी रेलवे स्टेशनों से संपर्क करते हैं। यह पता लगाने की कोशिश करते हैं यह संकेत किस स्टेशन तक थे और कहां से यह दिखाई नहीं पड़ रही है। तो आपको पता चल गया होगा कि अंग्रेजी के इन अल्फाबेट्स का रेलवे की दुनिया में कितना महत्व होता है।