तीरंदाजी विश्वकप में भाग नहीं लेगा भारत, स्विटजरलैंड ने वीजा देने से किया इंकार

स्विटजरलैंड के लुसाने में 17 से 23 मई तक आयोजित होने वाले तीरंदाजी विश्वकप स्टेज-2 में भारतीय टीम के भाग लेने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण स्विस दूतावास ने भारतीय तीरंदाजों को अल्पकालीन वीजा देने से इंकार कर दिया है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 04:19 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 09:51 AM (IST)
तीरंदाजी विश्वकप में भाग नहीं लेगा भारत, स्विटजरलैंड ने वीजा देने से किया इंकार
तीरंदाजी विश्वकप में भाग नहीं लेगा भारत, स्विटजरलैंड ने वीजा देने से किया इंकार

जितेंद्र सिंह, जमशेदपुर : स्विटजरलैंड के लुसाने में 17 से 23 मई तक आयोजित होने वाले तीरंदाजी विश्वकप स्टेज-2 में भारतीय टीम के भाग लेने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण स्विस दूतावास ने भारतीय तीरंदाजों को अल्पकालीन वीजा देने से इंकार कर दिया है। भारत में कोरोना महामारी के कारण कई देशों ने भारतीयों के यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें स्विटजरलैंड भी शामिल है।

टोक्यो ओलंपिक में बर्थ बुक करने के लिए पेरिस में होने वाले तीसरे विश्वकप तीरंदाजी के पहले यह टूर्नामेंट भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण था। भारतीय महिला तीरंदाजी टीम अभी तक टोक्यो ओलंपिक के लिए सीट नहीं बुक कर पाई है। हालांकि व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्णपरी ने दीपिका ने अपना स्थान पक्का कर लिया है। अतनु दास, तरुणदीप राय व प्रवीण जाधव से सुसज्जित पुरुष टीम ने भी टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट कटा चुके हैं। तीनों तीरंदाज टीम व व्यक्तिगत स्पर्धा में भाग लेंगे।

लुसाने विश्व कप के लिए भारतीय महिला टीम में दीपिका कुमारी के अलावा अंकिता भकत, कोमलिका बारी व मधु वेदवान (स्टैंडबाय) को शामिल किया गया था, वहीं पुरुष वर्ग की टीम में अतनु, तरुणदीप, प्रवीण जाधव व धीरज बोम्मादेवारा शामिल हैं।

स्विटजरलैंड में कोरोना वायरस का भारतीय वेरिएंट (डबल म्यूटेंट) अप्रैल के अंतिम सप्ताह में पाया गया था। उसके बाद बर्न स्थित प्रवासन का स्टेट सेक्रेटेरियट ने भारत से सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया। केवल स्विस निवासियों और नागरिकों को देश में प्रवेश की अनुमति है।

भारत पहले से ही स्विट्जरलैंड की 'लाल सूची' में था और इस देश के नागरिकों को स्विटजरलैंड में प्रवेश करने पर अनिवार्य रूप से दस दिनों के लिए क्वारंटाइन किए जाने का नियम हैं।

भारतीय तीरंदाजी संघ के सचिव प्रमोद चंदुरकर ने बताया, स्विस अधिकारी केवल वैध राष्ट्रीय निवास परमिट व शिक्षा व रोजगार के लिए दीर्घकालीन वीजा ही जारी कर रहे हैं। वे अल्पकालिक वीजा (पर्यटक, यात्रा या व्यवसाय) भी नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, हमने दिल्ली स्थित स्विस दूतावास को आठ दिन पहले ही लूसाने में आयोजित होने वाले तीरंदाजी विश्वकप के लिए आवेदन दिया था, लेकिन भारत में कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्होंने इसे देने से इंकार कर दिया। वैसे भी स्विटजरलैंड पहुंचने के बाद टीम को दस दिन क्वारंटाइन रहना पड़ेगा। हम सिर्फ होटल के बंद कमरे में रह सकते हैं। ऐसी स्थिति में हम ना तो ट्रेनिंग कर सकते हैं और ना ही प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं। इतने सारे प्रतिबंधों और अल्पकालिक वीजा की अनुपलब्धता के कारण, तीरंदाज नहीं जा पाएंगे।

उन्होंने कहा, अब हम पेरिस में ओलंपिक क्वालीफाइंग मीट के लिए तीरंदाज़ों को भेजने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और भारतीय तीरंदाजी संघ ने सख्त उड़ान नियमों और दस दिन क्वारंटाइन के नियम रखते हुए पहले ही इसके लिए वीजा के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पेरिस विश्वकप हम चूक नहीं सकते, क्योंकि भारतीय महिला टीम को यही से ओलंपिक टिकट मिलना है।  

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