Jharkhand Minister & Doctor Dispute: 111 सेव हॉस्पिटल आदित्यपुर के संचालक डॉ. ओपी आनंद को हथकड़ी लगाए जाने से आइएमए नाराज
111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ. ओपी आनंद की गिरफ्तारी और उन्हें हथकड़ी लगाए जाने का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने विरोध किया है। आइएमए के सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह ने कहा कि डॉ. ओपी आनंद की तबीयत खराब है।
जमशेदपुर, जासं। 111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ. ओपी आनंद की गिरफ्तारी और उन्हें हथकड़ी लगाए जाने का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने विरोध किया है। आइएमए के सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह ने कहा कि डॉ. ओपी आनंद की तबीयत खराब है। उसके बाद जेल से उन्हें इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लाया गया लेकिन उनका कागजात छोड़ दिया गया। जिसके कारण एमजीएम में उन्हें भर्ती नहीं लिया गया।
आइएमए ने इसे साजिश बताया और संबंधित पुलिस अधिकारियों पर उचित कार्रवाई की मांग की गई। डॉ. ओपी आनंद पर गलत धारा लगाए जाने का भी विरोध किया गया। वहीं आइएमए अध्यक्ष डॉ. उमेश खां ने बताया कि जिस तरह से डॉ. ओपी आनंद को हथकड़ी लगाकर पेश किया गया वह पूरे चिकित्सा जगत को शर्मसार हुआ है। इसकी कड़ी निंदा की जा रही है। इस अवसर पर आइएमए सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह, डॉ. संतोष गुप्ता, डॉ. सौरव चौधरी, डॉ. मुकेश कुमार सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
मंत्री को अपशब्द कहने के बाद बढा विवाद, पहुंच गए जेल
आदित्यपुर स्थित 111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ. ओपी आनंद की तबीयत शुक्रवार को सरायकेला जेल में बिगड़ गई थी। इसके बाद महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनके पास रेफरल कागज नहीं होने की वजह से उन्हें बिना इलाज कराएं ही वापस लौटना पड़ा। पुलिस उनको वापस लेकर सरायकेला जेल पहुंची। दोबारा उन्हें एमजीएम नहीं ले जाया गया। बताया जा रहा है कि डॉ. ओपी आनंद के सीने में दर्द और गैस की शिकायत थी। वहीं, पुलिस की इस रवैया से डॉ. ओपी आनंद के समर्थकों ने पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया है। बताते चलें कि डॉ. ओपी आनंद ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को अपशब्द बोले थे। वहीं उनपर मरीजों से अधिक राशि लेने का भी आरोप लगा था। उसकी जांच में सही पाए जाने के बाद उनको जेल भेजा गया है।
यादव समन्वय समिति ने मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा
111 सेव लाइफ हॉस्पिटल के संचालक डॉ ओ पी आनन्द के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कथित इशारे पर की जा रही कार्रवाई के विरुद्ध यादव समन्वय समिति ने एक दिवसीय वर्चुअल धरना दिया। इस कार्यक्रम में कोल्हान प्रमंडल के सभी सक्रिय 15 यदुवंशी संगठनों के आहवान पर यदुवंशी समाज के लोगों ने अपने अपने घरों में वर्चुअल धरना प्रदर्शन किया। वर्चुअल धरना में शामिल लोगों ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। इसके साथ ही डॉ ओपी आनंद के मामले में स्वास्थ्य मंत्री की भूमिका की जांच एवं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के इशारे पर अन्यायपूर्ण कार्रवाई बंद करवाने की मांग की गइ। डॉ ओपी आनंद के खिलाफ हो रही साजिश का पर्दाफाश कराने, डॉ ओपी आनंद की गैर कानूनी तरीके से हुए गिरफ्तारी की जांच कराने और डॉ आनंद को अविलंब रिहा किए जाने की मांग की गई।
आंदोलन जारी रखने का निर्णय
यादव समन्वय समिति कोल्हान की अगुवाई में सभी संगठनों ने संयुक्त बयान जारी कर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। साथ ही लॉकडाउन के उपरांत पूरे जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में 111 सेव लाइफ हॉस्पिटल के मामले में बन्ना गुप्ता द्वारा रची गई साजिश से आम जनता को अवगत कराया जाएगा। इस हेतु पूरे पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में बैठक एवं सभा का आयोजन किया जाएगा। इस वर्चुअल धरना में यदुवंशी समाज से राम भगवान राय, शिवनाथ यादव, ई अजित कुमार, बीरेंद्र सिंह यादव, उमेश कुमार, कृष्णा यादव, श्रीनिवास यादव,संजय यादव,विजय यादव, योगेंद्र यादव,अरविंद कुमार राय,आनंदमय पात्रों,राजेश यादव,कमलेश यादव,संतोष कुमार सिंह,महेंद्र यादव,मुंशी यादव,प्रताप, उदित, अश्विनी,गणेश राय सहित काफी लोगों ने भाग लिया।