दहेज प्रताड़ना में पति दोषी करार, डेढ़ साल की सजा

घाटशिला न्यायालय में गुरुवार को दहेज प्रताड़ना के एक मामले में अपर जिला व सत्र न्यायाधीश की अदालत ने संजय पाल को दोषी करार देते हुए डेढ़ साल की सजा सुनाई। दोषी पति के विरुद्ध घाटशिला के मऊभंडार थाने में 22 सितंबर 2009 को पत्नी ने दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था..

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 08:10 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 08:10 AM (IST)
दहेज प्रताड़ना में पति दोषी करार, डेढ़ साल की सजा
दहेज प्रताड़ना में पति दोषी करार, डेढ़ साल की सजा

जासं, जमशेदपुर : घाटशिला न्यायालय में गुरुवार को दहेज प्रताड़ना के एक मामले में अपर जिला व सत्र न्यायाधीश की अदालत ने संजय पाल को दोषी करार देते हुए डेढ़ साल की सजा सुनाई। दोषी पति के विरुद्ध घाटशिला के मऊभंडार थाने में 22 सितंबर 2009 को पत्नी ने दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। झारखंड उच्च न्यायालय से उसे जमानत मिली थी।। तभी से यह मामला न्यायालय में विचाराधीन था और जिसका फैसला गुरुवार को अदालत में हुआ।

वर्ष 2007 में कदमा की रहने वाली रूपा पाल का घाटशिला मऊभंडार रेलवे क्रासिग के पास रहने वाले संजय पाल के साथ विवाह हुआ था। विवाह के समय मायके पक्ष ने अपनी हैसियत अनुसार गृहस्थी बसाने का सारा सामान दिया था। शादी के लगभग दो माह बाद से ही पत्नी रूपा पाल को पति संजय पाल दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगा। हमेशा पत्नी से 3.5 लाख रुपये मायके से दहेज लाने की मांग करता था और बात ना मानने पर उसके साथ गाली गलौज व मारपीट किया करता था। कई बार मामला समाज और थाने तक भी पहुंचा था। लॉटरी के अवैध कारोबार पर पुलिस की कार्रवाई का दिख रहा असर : अवैध लॉटरी कारोबारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का असर धालभूमगढ़ समेत प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में दिख रहा है। बड़ी कार्रवाई की डर से अधिकांश लॉटरी विक्रेता भूमिगत हो गए हैं। पूर्व में नरसिंहगढ़ चौक स्थित बाजार क्षेत्र में सुबह छह बजे से रात तक अवैध लॉटरी बेचने वालों का जमावड़ा लगा रहता था। कई स्थानीय युवक लॉटरी के अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। इनका एक टीम लीडर है, जो बंगाल से लॉटरी टिकट लाकर यहां बेचता है। लाकडाउन के दौरान भी झाड़ग्राम से मोटरसाइकिल से लॉटरी की टिकट लाई जाती थी। जानकारी के अनुसार, लॉटरी के फर्जी टिकटों की भी बिक्री होती थी। गालूडीह में पुलिस की बड़ी कार्रवाई के बाद लॉटरी विक्रेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। बाजार में एक भी लॉटरी विक्रेता नहीं दिख रहे हैं।

chat bot
आपका साथी