कोविड के कारण इस वर्ष प्रकाश उत्सव किस तरह से होगा खास, आप भी जाने

कोविड 19 के कारण इस वर्ष जमशेदपुर में सेंट्रल गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा नगर कीर्तन का आयोजन नहीं किया है। ऐसे में सिखों के पहले गुरू गुरूनानक देव जी महाराज के 551वें प्रकाश उत्सव को खास बनाने के लिए सेंट्रल गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी भी खास इंतेजाम कर रही है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 05:00 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 05:00 PM (IST)
कोविड के कारण इस वर्ष प्रकाश उत्सव किस तरह से होगा खास, आप भी जाने
रामदास भट्ठा गुरुद्वारा में अरदास करतीं महिलाएं।

जासं, जमशेदपुर : कोविड 19 के कारण इस वर्ष जमशेदपुर में सेंट्रल गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा नगर कीर्तन का आयोजन नहीं किया है। ऐसे में सिखों के पहले गुरू, गुरूनानक देव जी महाराज के 551वें प्रकाश उत्सव को खास बनाने के लिए सेंट्रल गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी भी खास इंतेजाम कर रही है। 

पहले प्रकाश उत्सव पर शहर के 34 गुरूद्वारों में से एक गुरूद्वारे की ओर से नगर कीर्तन का नेतृत्व किया जाता। इसमें शेष गुरूद्वारा कमेटियां भी सम्मिलित होते। आगे-आगे पंच प्यारे और उनके साथ गुरूग्रंथ साहेब की पालकी यात्रा निकलती थी। शहर भ्रमण के बाद नगर कीर्तन साकची गुरूद्वारा पहुंचता था। जहां सामूहिक लंगर की व्यवस्था की जाती थी। लेकिन इस वर्ष यह आयोजन नहीं होने वाला है।

ऐसे में सेंट्रल गुरूद्वारा ने सभी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को अपने यहां ही 48 घंटे का अखंड पाठ का आयोजन करने का आदेश दिया है। इसके बाद सभी गुरूद्वारों में निशान साहेब का चोला बदला जाएगा। सुबह 11 बजे से नगर कीर्तन का आयोजन होगा। इसके बाद अटूट लंगर की व्यवस्था भी सभी गुरूद्वारों में होगी।

वहीं, शाम में साकची गुरूद्वारे में जहां कीर्तन दरबार सजेगा। तो सभी गुरूनाक देव जी महाराज को मानने वाले सभी अनुयायियों से अपील की गई है कि वे अपने घर पर रहें और शाम में अपने घर को दीयों से सजाएं ताकि गुरूनानक देव जी महाराज का प्रकाश उत्सव का आयोजन पूरे शहर को जगमग कर सके। इसका फायदा हमारे कुम्हारों को भी होगा। इसलिए सभी को घरों में चाइनीज बल्ब की सजावट के बजाए मिट्टी के दीए जलाने का आग्रह किया गया है।

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