Health Tips: पेट की जलन को क्षण भर में शांत कर देता है जीरा, गुड़ व सौंफ, और भी हैं कारगर उपाय, जानिए

एसिडिटी में घरेलू नुस्खे बहुत कारगर हैं। यहां कई तरह के नुस्खे हैं। आपको इनमें से जो सुविधाजनक लगे उसे आजमा सकते हैं। पूरा भरोसा है कि आप एक बार इन नुस्खों को आजमा लेंगे तो कभी दवा की दुकान या डाक्टर के पास नहीं जाएंगे।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 09:45 AM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 01:58 PM (IST)
Health Tips: पेट की जलन को क्षण भर में शांत कर देता है जीरा, गुड़ व सौंफ, और भी हैं कारगर उपाय, जानिए
आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बता रही हैं घरेलू नुस्खे।

जमशेदपुर, जासं। खाना नहीं पचने से कई तरह की समस्या होती है, जिसमें सबसे असहनीय होती है पेट की जलन। यह एसिडिटी, गैस, कब्जियत, नींद पूरी नहीं होने, खाना खाकर तेज चलने आदि कई वजह से हो सकती है। लेकिन इन सबसे घबराने की जरूरत नहीं है। घर की रसोई में रखे तमाम ऐसे अचूक हथियार हैं, जो क्षण भर में पेट की जलन को शांत कर देते हैं।

शहर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बताती हैं कि एसिडिटी में घरेलू नुस्खे बहुत कारगर हैं। यहां कई तरह के नुस्खे हैं। आपको इनमें से जो सुविधाजनक लगे, उसे आजमा सकते हैं। पूरा भरोसा है कि आप एक बार इन नुस्खों को आजमा लेंगे, तो कभी दवा की दुकान या डाक्टर के पास नहीं जाएंगे। इनका उपयोग भी बेहद आसान है। बस इस्तेमाल करें, फिर विश्वास करें।

जीरा : आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक जीरे में पेट की आंत में होने वाली हलचल (इरिटेशन) और अल्सर को आराम पहुंचाने में बहुत असरदार होता है। जीरे में ऐसे असरदार पदार्थ पाए जाते हैं जो पाचन क्रिया को तेज करते हैं। मेटाबालिज्म को विकसित करते है और गैस, कब्ज, गैस्ट्रिक की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। जीरा खट्टी डकार को आने से रोकता है। जब भी एसिउिटी होने लगे तो जीरे के कुछ दाने को चबाकर चूसें या फिर जीरे के कुछ दानों को पानी में अच्छे से उबालकर रख लें। जब भी एसिडिटी होने लगे तो इसको पीएं। ऐसा करने से एसिडिटी तुरंत शांत हो जाएगी।

गुड : रोजाना सुबह व शाम खाना खाने के बाद 10 ग्राम गुड़ खाएं। एसिडिटी के लिए यह एक मिनट का उपचार है। एसिडिटी के इलाज के लिए बहुत असरदार होता है।

सौंफ : यह पाचन तंत्र, कब्ज व गैस की शिकायत को भी दूर करता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेंट एंटी-अल्सर प्रॉपर्टीज होती है, जो एसिडिटी को शांत करती है। एसिडिटी के दौरान शरीर में होने वाली जलन को तुरंत खत्म करने में मदद करता है। सौंफ के कुछ दानों को चबाकर चूसने से भी एसिडिटी में राहत मिलती है। इसके साथ ही सौंफ का एसिडिटी के लिए खास घरेलू उपचार भी है। सौंफ के कुछ दानो को पानी में अच्छे से उबाल लें और फिर इसे रात भर ऐसे ही छोड़ दें, फिर सौंफ के इस उबले हुए पानी को जब भी आपको पेट में जलन महसूस होने लगे तब पीएं। यह एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाएगी।

नमक का पानी : जब भी पेट में जलन होने लगे तो एक गिलास पानी में थोड़ा सा नमक डालकर अच्छे से घोल लें, फिर इसे धीरे-धीरे पीएं। नमक का पानी एसिडिटी के लिए आसान उपाय है, जो बहुत असरदार माना जाता है।

नारियल पानी : नारियल पानी भी बहुत उपयोगी पेय माना जाता है, क्योंकि यह भोजन को पचाने वाले एसिड को नियंत्रित रखता है।

खीरा व तरबूज : खीरा और तरबूज से भी एसिडिटी का उपचार बड़ी आसानी से किया जा सकता है। खीरा व तरबूज में 80 प्रतिशत से ज्यादा पानी पाया जाता है, जो शरीर में पानी की कमी  को तुरंत दूर करता है और पेट की समस्याओं से राहत दिलाता है।

नींबू-अदरक जूस़ : नींबू व अदरक के जूस की दो-दो बूंद हलके गरम पानी में मिला लें। इसे मिलाने के बाद इसको पी लें। जब भी आपको लगे कि आपने जरुरत से ज्यादा भोजन कर लिया है तो इस आयुर्वेदिक घरेलू उपाय में शहद की एक बूंद मिलाकर सेवन करें।

पाइनएपल या अनानास : जब भी आपको एसिडिटी महसूस होने लगे तो एक ग्लास पाइनएपल या अनानास जूस का सेवन करें। एसिडिटी का यह आसान घरेलू नुस्खा आपको पेट में जलन से तुरंत राहत दिलाएगा और भोजन को पचाने में भी मदद करेगा।

संतरे का जूस : संतरे का जूस पेट में जलन, जी मिचलाना, उलटी होना आदि पेट की समस्याओं का उपचार करने के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसका उपयोग एसिडिटी के आयुर्वदिक घरेलू नुस्खे में भी आता है। इसका सेवन भोजन करने के बाद करें, यह प्राकृतिक उपाय एसिडिटी को होने ही नहीं देगा।

व्रत-उपवास : व्रत-उपवास करने से भी एसिडिटी व पेट की पाचन शक्ति से जुड़ी सभी समस्याओं से राहत पाई जा सकती है। इसके लिए सप्ताह में 1-2 दिन उपवास रखें। इस दौरान सिर्फ फल या फल के रस का सेवन करें।

किशमिश : रात को सोते समय 10 ग्राम किशमिश पानी में भिगोकर रख दें और फिर सुबह उठकर इसका सेवन करें।

तांबे का पानी : एक तांबे के बड़े कप या बड़े बर्तन जिसमें 2-3 गिलास पानी भरा जा सके, इसको रात में सोने से पहले अपने बेड के पास रखकर सोयें और सुबह उठने के तुरंत बाद ही यह सारा पानी पी जाएं।

दही : रोजाना खाना खाने के बाद एक कप दही या लस्सी का सेवन करें, इनका सेवन एसिडिटी की जलन और पेट से जुड़ी सभी समस्याओं में राहत दिलाता है। यह एसिडिटी का प्राचीन आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खा है। आज भी इसका प्रचलन बहुत से ढाबों में किया जाता है। यहां खाना खाने के बाद एक कटोरी दही दिया जाता है, क्योंकि यह पेट से जुड़ी सभी समस्याओं के लिए रामबाण से कम नहीं होता। दही का सेवन रात के समय न करें। अगर आप रात का भोजन सूर्यास्त होने से पहले कर लेते हैं तो ही दही का सेवन करें, अन्यथा सूर्य ढलने के बाद दही का सेवन नुकसानदायक होता हैं। खाने को हमेशा अच्छे से चबा-चबा कर खाएं। पपीता, गाजर, पत्तागोभी, केले, सेब आदि का जूस भी एसिडिटी के लिए देसी उपचार है। वैसे लोग जो एक जगह बैठकर सारा दिन काम करते हैं, ज्यादातर ऐसे लोगों को ही एसिडिटी की शिकायत हो जाती है। इसके लिए आपको अपने आफिस में नारियल पानी, नींबू की शिकंजी, फल के जूस आदि का सेवन करना चाहिए। एसिडिटी से तुरंत छुटकारा पाने के लिए खाने वाला या बेकिंग सोडा एक गिलास पानी में मिलाकर पीएं। इसके सेवन से तुरंत आराम मिलेगा। रात के समय त्रिफला चूर्ण और शहद का सेवन करने से भी एसिडिटी में आराम मिलता है।  थोड़ी सी अजवाइन को एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से भी एसिडिटी या पेट की जलन बंद हो जाती है। अगर आपके पास सुबह 10 मिनट का समय हो तो एसिडिटी से बचने के लिए योग जरूर करना चाहिए। योगासन और प्राणायाम के जरिए एसिडिटी का उपचार बड़ी आसानी से हो सकता है। इसके साथ योगासन से आप शरीर को निर्गुण, स्वस्थ और शरीर का यौवन सदा बनाए रख सकते हैं। सबसे जरूरी बात, भोजन हमेशा निश्चित समय पर लें। एक बार में भरपेट भोजन ना करें। दिन मे छह बार थोड़ा-थोड़ा खाएं। पानी कम से कम आठ गिलास रोज पीएं और सात से आठ घंटे की नींद लें।

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