सिर्फ दीपावली ही क्यों, सभी पर्व-त्योहार व कार्यक्रम में पटाखों पर लगे प्रतिबंध, हिंदू जनजागृति समिति ने केंद्र सरकार से की मांग

पटाखों पर प्रतिबंध केवल हिंदुओं के दीपावली इत्यादि त्योहारों के समय ही नहीं अपितु क्रिकेट मैच में विजय मिलने पर आइपीएल प्रतियोगिता के आरंभ होने पर चलचित्र कलाकारों के कार्यक्रमों में ईसाई नववर्ष के निमित्त होने वाले सभी प्रकार की आतिशबाजी पर भी लगाया जाना चाहिए।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 06:53 AM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 06:53 AM (IST)
सिर्फ दीपावली ही क्यों, सभी पर्व-त्योहार व कार्यक्रम में पटाखों पर लगे प्रतिबंध, हिंदू जनजागृति समिति ने केंद्र सरकार से की मांग
देवी-देवताओं व महापुरुषों के चित्र वाले पटाखे ना जलाएं

जमशेदपुर, जासं। जब-जब दीपावली आती है, पटाखे नहीं फोड़ने की हर कोई सलाह देने लगता है। यह अपील 31 दिसंबर को नववर्ष पर क्यों नहीं की जाती है। सभी पर्व-त्योहारों व राजनीति-धार्मिक कार्यक्रमों पर क्यों नहीं होती। क्या सिर्फ दीपावली पर ही पटाखे फोड़ने से प्रदूषण फैलता है।

हिंदू जनजागृति समिति के सदस्य सुदामा शर्मा ने बताया कि समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने यह सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि पटाखों पर प्रतिबंध केवल हिंदुओं के दीपावली इत्यादि त्योहारों के समय ही नहीं, अपितु क्रिकेट मैच में विजय मिलने पर, आइपीएल प्रतियोगिता के आरंभ होने पर, चलचित्र कलाकारों के कार्यक्रमों में, ईसाई नववर्ष के निमित्त होने वाले सभी प्रकार की आतिशबाजी पर भी लगाया जाना चाहिए। शासनकर्ता अथवा न्यायालयों द्वारा पटाखों पर प्रतिबंध लगाते समय जाति-धर्म के अनुसार भेदभाव करना पूर्णत: अनुचित है। वर्तमान में देश की सीमा पर युद्ध की स्थिति है। देश आर्थिक संकट में है तथा महंगाई में भी वृद्धि हुई है। ऐसे में हिंदू समाज से आग्रह है कि दीपावली में पटाखों पर प्रतिवर्ष अरबों रुपए खर्च करने की तुलना में वह यह पैसे त्योहार पर परिवार के कल्याण में उपयोग करे।

देवी-देवताओं व महापुरुषों के चित्र वाले पटाखे ना जलाएं

हिंदू जनजागृति समिति विगत 19 वर्षों से पटाखों द्वारा होनेवाले प्रदूषण और देवताओं के चित्रों की अवमानना रोकने के लिए पूरे देश में अभियान चला रही है। इसके अंतर्गत हस्तपत्रकों का वितरण, प्रशासन को निवेदन देना, सामाजिक माध्यमों से जागृति करना, जनप्रबोधन के लिए ऑनलाइन चर्चा सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान में पूरे देश के अनेक राष्ट्रप्रेमी नागरिक सहभागी होते हैं। पटाखों के आच्छादन पर श्रीलक्ष्मी, श्रीकृष्ण, श्रीविष्णु इत्यादि देवता, साथ ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस और अन्य राष्ट्रपुरुष तथा श्रद्धा केंद्रों के चित्र छापने से चित्रों द्वारा उनका अपमान होता है। दीपावली में जिन श्री लक्ष्मीमाता की हम पूजा करते हैं, उनके ही चित्रवाला लक्ष्मी बम फोड़कर चित्र के चीथड़े करना, यह तो श्री लक्ष्मीदेवी का घोर अपमान ही है। ऐसा करने से क्या कभी हम पर श्री लक्ष्मीदेवी की कृपा होगी। इसका हिंदुओं को विचार करना चाहिए। इसके साथ ही अभी भारतीय बाजार में बडी संख्या में चीनी पटाखे बेचे जा रहे हैं। चीन भारत से पैसा कमा कर उसका उपयोग सीमा पर भारत के विरोध में कर रहा है। इसलिए शत्रु राष्ट्र को सहायता हो, ऐसी कोई भी कृति देशवासी न करें, ऐसा आवाहन हिंदू जनजागृति समिति ने हिंदू समाज से किया है।

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