स्वास्थ्य कर्मचारियों ने की एनआरएचएम बहाली में सुधार की मांग, आज मंत्री बन्ना से मिलेंगे
पूर्वी सिंहभूम जिले के स्वास्थ्य कर्मियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत निकाली गयी बहाली में सुधार की मांग किया है। शनिवार को इसे लेकर पारा मेडिकल स्टाफ एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से भी मिलेंगे।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के स्वास्थ्य कर्मियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत निकाली गयी बहाली में सुधार की मांग किया है। शनिवार को इसे लेकर पारा मेडिकल स्टाफ एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से भी मिलेंगे और अपनी मांगों को रखेंगे।
दरअसल, राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2021 में बड़े पैमाने पर बहाली निकालने की बात कहीं जा रहीं है। इसे लेकर कर्मचारियों में भी उत्साह बढ़ गया है। उनमें सरकारी नौकरी मिलने का भरोसा बढ़ गया है। लेकिन, बहाली से पूर्व कर्मचारियों ने कुछ सुधार की मांग किया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में निकाली गई बहाली में काफी अनियमितता देखने को मिली है, जिसे तत्काल प्रभाव से रद्द कर देना चाहिए। एसोसिएशन के अध्यक्ष रामवृक्ष महतो ने कहा कि सरकार द्वारा सिर्फ बहाली निकाल देने से नहीं होगा बल्कि जरूरतमंदों की परेशानी को समझने की भी जरूरत है। अभी भी कुछ पदों पर बहाली निकाली गई है लेकिन उसमें भी कई प्रकार की अनियमितता देखी जा रही है।
झारखंड राज्य में डिप्लोमा की पढ़ाई होती है लेकिन यहां डिग्री मांगा जा रहा है। ऐसे में वह डिग्री का सार्टिफिकेट कहां से लाएंगे। इसके कारण राज्य के मेडिकल कॉलेजों से उत्तीर्ण पारामेडिकल छात्रों को छांट दिया जाता है। इसी तरह, निकाली गई बहाली में झारखंड राज्य पारामेडिकल परिषद से पंजीयन होना अनिवार्य करने के साथ ही झारखंड का स्थानीय निवासी होना जरूरी किया गया है, जिसका एसोसिएशन विरोध करता है।
वहीं, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन के पद पर लैब टेक्नीशियन व बीएससी नर्सिंग मांगा गया है। जबकि ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन व लैब टेक्नीशियन का काम अलग-अलग होता है। वहीं, आई बैंक में नेत्र सहायक के पद पर आर्ट्स मांगा गया है।