Dangerous Foods : आपके शरीर के लिए ये White Foods हैं खतरनाक, भूलकर भी नहीं खाएं
Dangerous Foods आधुनिक जीवन की आपाधापी में हम यह भूल जाते हैं कि क्या खाना है क्या नहीं। लेकिन अगर समय रहते इसे गंभीरता से नहीं लेंगे तो कैंसर से लेकर डायबिटीज तक हो जाएगा। कई ऐसे व्हाइट फूड होते हैं जिन्हें कभी नहीं खाना चाहिए...
जमशेदपुर : बदलते जीवनशैली व पैक्ड जंक फूड ने हमारे शरीर में पोषक तत्व की मात्रा को कम कर दिया है। इनमें चीनी, मैदा, नमक व अजीनोमोटो जैसे पदार्थ शामिल हैं। मोटापा के कारण शरीर में कई बीमारियां घर करने लगती है। इसकी वजह से अनियमित खानपान और फिजिकल एक्टिविटी का कम होना है। फिजिकल एक्टिविटी जैसे-जैसे कम होगी शरीर को असंतुलित ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियां घेरने लगती है।
एमजीएम मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की डायटीशियन अनु सिन्हा के अनुसार, शुगर व बीपी से शरीर की इम्युनिटी क्षमता कमजोर हो जाती है और वायरस को शरीर में हमला करने का मौका मिल जाता है। इसलिए स्वस्थ शरीर के लिए जरुरी है सही मात्रा में खाएं और नियमित ब्यायाम करे। कम खाने व एक्सरसाइज के साथ ही हमारे डाइट में न्यूट्रिशन का होना भी जरुरी है।
जंक फूड न सिर्फ कैंसर, टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, ब्ल्ड प्रेशरा, हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का कारण बन रहे हैं, बल्कि ये उम्र को भी कम से कम दस साल तक कम कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने उन चार खाद्य पदार्थों के बार में भी बताया है जिनका ज्यादा इस्तेमाल शरीर के लिए खतरनाक है। जानें खाने में इस्तेमाल की जाने वाली चार चीजों के बारे में...
चीनी : अनु सिन्हा के अनुसार शक्कर या चीनी को एम्प्टी कैलोरी भी कहता है। इसमें कोई पोषक तत्व नहीं होते हैं, जैसे ही ये हमारे डाइजेस्टिव ट्रैक में पहुंचती है, ग्लूकोज और फ्रक्टोज में टूटती है। कम फिजिकल एक्टिविटी करने वाले लोगों के लीवर में ये फैट केरूप में जमा हो जाती है। इसका इंसुलीन पर भी बुरा असर पड़ता है, जिससे डायबबिटीज होने का खतर बढ़ जाता है।
अजीनोमोटो - मोमो व चाउमीन में डाले जाने वाले अजीनोमोटो दिल के लिए बेहद नुकसानदायक है। अजीनोमोटो मोनोसोडियम ग्लूटमेट है, इसे चाइनीज फूड बनाने के लिए ज्यादा यूज किया जाता है। इसका नेचुरल सोर्स टमाटर व अंगूर है।
सफेद नमक : उच्च रक्तचाल के सबसे ज्यादा जिम्मेदार सफेद नमक ही होता है। नमक शरीर में पानी की मात्रा पर असर डालता है। हम ज्यादा नमक खाते हैं तो शरीर में जमा अतिरिक्त पानी ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है। जब नमक को रिफाइन किया जाता है तो इसमें से आयोडिन हट जाता है। वहीं रिफाइन किए जाने पर इसमें फ्लोराइड मिलाए जाते हैं जो नमक ज्यादा खाने पर नुकसान पहुंचाते हैं। रोज के खाने में एक चम्मच नमक ही लेना चाहिए।
मैदा: मैदा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे हम रोजाना किसी न किसी रूप में अपने डाइट में शामिल कर ही लेते हैं। फिर चाहे वो ब्रेड हो फिर कुलचे, भटूरे या बर्गर। ये मोटापा कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों का कारण बनता है। मैदा बनाने के लिए गेंहू को प्रोसेस करने के दौरान इसमें पाए जाने वाले टिशू जिन्हे इंडोस्पर्स कहते हैं जो खत्म हो जाते हैं।
ऐसे में पाचन के लिए जरुरी इसका चोकर भी हट जाता है। इसके लगभग पूरे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इससे पाचन संबंधी समस्या पैदा हो सकती है। मैदा से बने पदार्थ सप्ताह में केवल एक बार खा सकते हैं,वो भी केवल स्वाद बदलने के लिए। इससे ज्यादा खाने का मनाही की गई है।