Hanuman Asana : हर रोज 20 मिनट करें हनुमान आसन, बजरंगबली की तरह बॉडी हो जाएगा गठीला
Hanuman Asana अगर आप बजरंगबली की तरह फिट व तंदरुस्त रहना चाहते हैं तो हनुमान आसन करे। प्रत्येक दिन कम से कम 20 मिनट करने से कमर से लेकर पैर तक मजबूत हो जाता है। हनुमान आसन के और भी फायदे हैं...
जमशेदपुर : अनियमित खानपान और शारीरिक श्रम न करने से बॉडी की शेप बेडौल होने लगती है। इस समस्या का समाधान हनुमानासन है। हनुमानासन ऐसा आसान है जो कमर की चर्बी पर तेजी से काम करता है। साथ ही ये मांसपेशियों को मजबूत भी बनाता है।
महिलाओं के लिए भी लाभदायक
यह आसन महिलाओं के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाओं की कमर पर सबसे तेजी से चर्बी चढ़ती है, लेकिन इस आसान करने से उनका शरीर काफी आकर्षक दिखने लगेगा। गलत खानपान, अनियमित दिनचर्या और तनाव के कारण मोटापे भी तेजी से बढ़ता है। ऐसे में योग बहुत ही कारगर होता है।
इस संबंध में शहर की प्रसिद्ध योग मास्टर श्वेता पाठक से हनुमानसान के फायदे जानते हैं। श्वेता पाठक कहती हैं कि इस आसान को करते समय यह बात ध्यान में रखें कि शुरुआत में ज्यादा जबरदस्ती न करें। जितना हो सके उतना ही करें।
ऐसे करें हनुमानासन
जमीन पर खड़े हो जाएं। अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर बैठ जाएं। दोनों घुटनों को फर्श पर टिका कर पंजों के बल बैठें। इसके बाद अब अपने बाएं पैर को धीरे-धीरे करके पीछे की तरफ और दाएं पैर को आगे की तरफ ले जाएं। एक बात याद रखें शुरुआत में ज्यादा पैर न फैलाएं बल्कि उतना ही फैलाएं जितना आसानी से आप फैला सकें। अपने दोनों पैरों को इतना ही फैलाएं जिससे आपके कूल्हे जमीन से लग जाएं। अब अपने हाथों को प्रार्थना की मुद्रा में आगे की तरफ रखें। अब दोनों ही पैरों को बारी बारी से आगे-पीछे निकाल कर योग करें। दो मिनट इस अवस्था में रखें।
हनुमानासन से फायदे ही फायदे इस आसन से कमर और पेट की चर्बी कम होती है और शरीर आकर्षक बनता है। इस आसान से नाभि के निचले हिस्से की हड्डियों में लचीलापन आता है। साइटिका और नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानी में बहुत कारगर है। इस आसान से हाथ-पैरों के स्नायु भी शक्तिशाली बनते हैं। इस आसान से कमर के आसपास की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। नियमित अभ्यास से स्त्रियों के सभी रोग जैसे कि मासिक धर्म संबंधी व रक्त स्त्राव दूर हो जाते हैं। इंटेस स्ट्रेच होने के चलते ये योग तनाव को दूर करने में भी कारगर होता है।