युवा इंजीनियर कमल लोचन महतो का शव पहुंचते ही सदमे में डूबा हल्दीपोखर, नेपाल में भूस्खलन में चली गइ थी जान

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के हल्दीपोखर के युवक पदम कमल लोचन महतो की मौत पिछले दिनों नेपाल में भूस्खलन की वजह से हो गइ थी। कमल का शव गांव पहुंचते ही चीख-पुकार मच गइ। लोगों का सैलाब उसके अंतिम दर्शन के लिए उमड पडा।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:22 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 04:22 PM (IST)
युवा इंजीनियर कमल लोचन महतो का शव पहुंचते ही सदमे में डूबा हल्दीपोखर, नेपाल में भूस्खलन में चली गइ थी जान
कमल लोचन के अंतिम दर्शन के लिए जुटे लोग। जागरण

पोटका (पूर्वी सिंहभूम), जासं। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के कोवाली थाना क्षेत्र के हल्दीपोखर निवासी कमल लोचन महतो का पार्थिव शरीर नेपाल से चार दिनों के बाद जब हल्दीपोखर पहुंचा तो शोक कह लहर दौड गइ।  पूरा हल्दीपोखर सदमे में डूब गया। सभी अपने चहते के अंतिम दर्शन के लिए उमड पडे। लगा मानो समय थम गया है l परिवार वालों का रो -रोकर बुरा हाल हो रहा था। आसपास के लोगों ने एवं परिजनों ने शोक संतप्त परिवार को ढाढास बंधाया l

घटना के संबंध में परिवार वालों ने बताया कि 32 साल का कमल लोचन महतो मैकेनिकल इंजीनियर था। बीटेक करने के बाद भारत के प्रेसेजियन इंफ्राटेक लिमिटेड में मुख्य अभियंता के तौर पर कार्य कर रहा था l उक्त कंपनी का भारत एवं नेपाल में भी काम चल रहा था। अपने अधीन कई कर्मचारियों को लेकर नेपाल के सिंधुपाल चौक, हेलंबू के मेलानचि नारायण नदी पर हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर का काम कर रहे थे कि इस बीच भूस्खलन होने से 10 भारतीय इसकी चपेट में आ गए। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। उनमें युवा मैकेनिकल इंजीनियर कमल लोचन महतो भी शामिल था l नेपाल में पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को हल्दीपोखर लाया गया जिसके बाद परिवार वालों ने विधि विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार नागा नदी तट पर कर दिया l

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