राजधानी एक्सप्रेस से परिजनों के साथ सफर कर रही लडकी लापता, आरपीएफ ने ढूंढकर परिजनों को सौंपा

भुवनेश्वर-नईदिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बी-2 कोच में परिवार के साथ सफर कर रही 16 वर्षीय नाबालिग ट्रेन के टाटानगर स्टेशन पहुंचते ही लापता हो गई। युवती के पिता मिदनीपुर बंगाल निवासी रामनाथ रूइदास ने मामले की जानकारी ट्रेन के स्कॉट पार्टी को दी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 05:47 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:04 AM (IST)
राजधानी एक्सप्रेस से परिजनों के साथ सफर कर रही लडकी लापता, आरपीएफ ने ढूंढकर परिजनों को सौंपा
जमशेदपुर एक युवक से उसका प्रेम संबंध था।

जमशेदपुर, जासं। भुवनेश्वर-नईदिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बी-2 कोच में परिवार के साथ सफर कर रही 16 वर्षीय नाबालिग ट्रेन के टाटानगर स्टेशन पहुंचते ही लापता हो गई। लडकी के पिता मिदनीपुर बंगाल निवासी रामनाथ रूइदास ने मामले की जानकारी ट्रेन के स्कॉट पार्टी को दी।

रामनाथ ने बताया कि बेटी शौचालय जाने की बात कह गई थी। काफी देर होने पर जब वही बर्थ पर नहीं पहुंची तो खोजबीन की मगर उसका कोई पता नहीं चला। स्कॉट के जवानों ने फौरन टाटानगर आरपीएफ से संपर्क किया। इस बीच ट्रेन टाटानगर स्टेशन से रवाना हो गई। आरपीएफ जवानों ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फूटेज को खंगाला मगर कुछ हाथ नहीं लगा। इस बीच आरपीएफ को सूचना मिली कि लोगों ने फाटक की ओर से एक लडकी को अकेले जाते देखा है। आरपीएफ की महिला सबइंस्पेक्टर पूजा ने युवती के फोन पर संपर्क किया तो पता चला कि वह आटो पकड़कर निकली हैं मगर उसे पता नहीं वह किस स्थान पर है। इतना सुनते ही आरपीएफ महकमा हरकत में आ गया। युवती के फोन से आटो चालक से बात की गई और उसे सही सलामत टाटानगर आरपीएफ पोस्ट लाने की हिदायत दी गई। आटो चालक लडकी को साकची से लेकर आरपीएफ पोस्ट पहुंचा।

लडकी ने बताइ ये वजह

पूछताछ में लडकी ने बताया कि जमशेदपुर एक युवक से उसका प्रेम संबंध था। प्रेमी उसे टाटानगर स्टेशन पर उतरने को कहा था मगर जब वह स्टेशन पर उतरी तो प्रेमी नजर नहीं आया। इस बीच ट्रेन टाटानगर स्टेशन से खुल चुकी थी। जब उसे कुछ समझ नहीं आया तो व आटो पकड़कर साकची की ओर चले गई। इधर, लडकी के मिलते ही आरपीएफ ने रामनाथ से संपर्क साधा तो पता चला कि ट्रेन मुरी स्टेशन पहुंच चुकी है। लडकी के परिजन हटिया-हावड़ा एक्सप्रेस पकड़कर रात में टाटानगर स्टेशन पहुंचे और आरपीएफ ने लडकी को परिजनों के हवाले कर दिया। इस तरह आरपीएफ के साथ ही परिजनों ने राहत की सांस ली।

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