Gastric Problem : तेजी से बढ़ रही गैस की समस्या, भूलकर भी नहीं खाएं ये चीज
Gastric Problem गैस की समस्या से आज लगभग हर कोई परेशान है। इसके कारण कई बार मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि अस्पताल के चक्कर भी लगाने पड़ते हैं। लेकिन इससे बचा सकता है...
जमशेदपुर : Gastric Problem : बदलते लाइफ स्टाइल लोगों को तेजी से बीमार कर रही है। खासकर गैस की समस्या। अधिकांश लोगों में यह परेशानी देखने को मिल रहा है। ऐसे में आपको सावधान और जागरूक होने की जरूरत है। इसका निदान आपको जल्द ही करना होगा अन्यथा यह दूसरे बीमारी को भी जन्म दे सकता है। एमजीएम अस्पातल के चिकित्सक डॉ. बलराम झा कहना है कि गैस की समस्या से मुक्ति पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने दिनचर्या में बदलाव करने होंगे। इसके बाद खान-पान सुधारना होगा। ऐसा माना जाता है कि कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करने से लोगों की गैस की समस्या को कम किया जा सकता है।
गैस की समस्या के कारण
भागदौड़ की जिंदगी में लोग इतने अधिक व्यस्त हो गए हैं कि उन्हें खाने तक का समय नहीं है। ऐसे में वह हड़बड़ी में खाते हैं। इस दौरान वे चबाते कम और निगलते अधिक है। इससे खाना पचने में दिक्कत होती है और गैस की समस्या शुरू हो जाती है। कभी कभार देखा जाता है कि गैस की समस्या होने पर पेट में तेज दर्द, उल्टी, अचानक वजन कम होने लगता है। ऐसी परिस्थिति में बिना देर किए हुए चिकित्सक से दिखाना चाहिए।
गैस की समस्या है तो भोजन में इसे नहीं करें शामिल
अगर आपको गैस की समस्या है तो भोजन में विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। हालांकि, लोग मानते नहीं है जो आगे चलकर नुकसान करता है। कुछ चीजों में विटामीन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जिससे गैस के मरीजों को दूर रहना चाहिए। गैस वाले मरीजों में पेट फूलने और कब्ज से जुड़े सभी दर्द और परेशानी शुरू हो जाती है।
शराब का सेवन : जो लोग शराब का सेवन करते हैं उनमें गैस की समस्या अधिक देखा गया है। ऐसे में शराब का सेवन करने से बचना चाहिए। अलकोहल तत्व पेट की कई समस्याओं का कारण बनते हैं। जिससे पेट दर्द और फूलना जैसे कई कारक शामिल हैं।
कॉफी और चाय का सेवन : खाली पेट कॉफी या चाय के सेवन करने वालों में भी गैस की समस्या अधिक देखा गया है। ऐसे में खाली पेट कभी भी चाय नहीं पीना चाहिए। कैफीन का ज्यादा सेवन पेट में दर्द और अन्य समस्याओं के साथ गैस की समस्याओं का भी मुख्य कारण है।
फ्रुक्टोज का सेवन : कुछ खाद्य पदार्थ जैसे मीठे कैलोरी से भरे जंक फूड, शीतल पेय, पैकेज्ड फलों के रस, नाशपाती सहित अन्य में चीनी अधिक मात्रा में पाई जाती है, जिन्हें फ्रुक्टोज कहा जाता है। यह आंत में गैस्ट्ररिटिस को ट्रिगर करने के लिए जाना जाता है।
लैक्टोज का ज्यादा मात्रा में सेवन : डेयरी उत्पाद में लैक्टोज प्रचुर मात्रा में मौजूद होती है। इसे देखते हुए गैस वाले मरीजों को दूध, मक्खन, पनीर कम खाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इससे पेट में गैस का निर्माण होता है। वहीं, जई, मटर और बींस में अघुलनशील फाइबर की महत्वपूर्ण मात्रा होती है, जिससे पाचन संबंधित समस्याएं होती है।