Jamshedpur Crime : बागबेड़ा में अवैध धंधे में वर्चस्व को लेकर होती रही हैं हत्याएं और आपराधिक वारदात

Gangwar in Jamshedpur जमशेदपुर में गैंगवार का पुराना इतिहास है। अवैध कारोबार में वर्चस्व के लिए हत्या का सिलसिला भी पुराना है। विहिप के नगर अध्यक्ष पर जानलेवा हमला भी इसी की कडी है। योजना मार डालने की थी लेकिन वह संयोग के बच गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 05:22 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 06:04 PM (IST)
Jamshedpur Crime : बागबेड़ा में अवैध धंधे में वर्चस्व को लेकर होती रही हैं हत्याएं और आपराधिक वारदात
बागबेड़ा में अवैध धंधा में वर्चस्व को लेकर हत्याएं और आपराधिक वारदात होती रही है।

अन्वेश अंबष्ट, जमशेदपुर। जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र के रेलवे ट्राफिक कालोनी गार्ड रनिंग रूम से कुछ आगे गली में बागबेड़ा विहिप नगर इकाई के अध्यक्ष बबलू सिंह को 15 की संख्या में अपराधियों ने घेरकर गुरुवार सुबह गाेली मारी थी। बबलू सिंह को चार गोली लगी। वह टाटा मुख्य अस्पताल में दाखिल है। पीठ में फंसी गोली नहीं निकाली जा सकी है। घटना अवैध धंधे में वर्चस्व और रंजिश को लेकर हुई। मामला दो दिन से चल रहा था। मारपीट और तनातनी दो दिन से हो रही थी। एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी जा रही थी।

फायरिंग के मामले में अजीत साव, संजीत साव, गुप्तेश्वर गिरी उर्फ लेदा समेत 10 अज्ञात के खिलाफ जान मारने की नीयत से फायरिंग किए जाने की प्राथमिकी बागबेड़ा थाना में दर्ज की गई है। मामले में लेदा, पप्पू और इकबाल पुलिस की गिरफ्त में है। संजीत और अजीत साव अब तक फरार है। गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की छापामारी जारी है। बबलू सिंह और संजीत-अजीत साव गिरोह के बीच गांजा और अवैध महुवा शराब की खरीद-बिक्री को लेकर विवाद चल रहा था। बबलू सिंह का भाई विनोद सिंह अवैध महुवा शराब का बड़ा कारोबारी है और बागबेड़ा इलाके में उसकी कई शराब भठ्ठी है। वहीं संजीत-अजीत साव का भी शराब का धंधा है। बबलू सिंह गांजा के धंधा से जुड़ा हुआ है। बागबेड़ा के कीताडीह संजयनगर में गुर्गे के माध्यम से धंधा संचालित होता है। वहीं संजीत-अजीत साव का गुर्गा गुप्तेश्वर गिरी उर्फ लेदा स्टेशन रोड संजयनगर तालाब के पास गांजा का अड्डा चलाता है। धंधा में बबलू सिंह के आने के कारण उसके धंधे पर असर हो रहा था जो विवाद का कारण बना। इसको लेकर गुरुवार को फायरिंग की घटना हुई।

हो चुकी है हत्या

योजना बबलू सिंह की हत्या कर दिए जाने की थी, लेकिन मौके पर पुलिस के पहुंच जाने और लोगों के एकत्र होने के कारण विरोधियों की मंशा पूरी नही हो सकी। बागबेड़ा में अवैध धंधा में वर्चस्व को लेकर हत्याएं और आपराधिक वारदात होती रही है। जिसके कई उदाहरण हैं। संजीत-अजीत साव गिराेह के धंधा में जो भी विरोधी हुआ या किसी ने अडंगा लगाने की कोशिश की। उसकी हत्या कर दी गई। मारपीट, धमकी और हत्या के प्रयास के कई मामले तो थाना तक नहीं पहुंचे।

बागबेड़ा के निजी चालक की कर दी गई थी हत्या

बागबेड़ा थाना के निजी चालक पुटकुल उर्फ रिसाल पासवान की हत्या बागबेड़ा वायरलेस मैदान के पास 21 मार्च 2017 को गोली मार कर दी गई थी। हत्या का कारण संजीत-अजीत साव के शराब के धंधा में अडंगा लगाना था। निजी चालक रहने के बावजूद रिसाल पासवान शराब का धंधा करता था। अपने धंधे को बढ़ाने के लिए विरोधियों के अड्डे पर छापामारी कराता था जिसके कारण उसकी हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप पोपो, अजीत साव, संजीत साव और अन्य पर लगा था।

बर्मामाइंस में सोनू मिश्रा की हत्या

जुगसलाई बंगाली पाड़ा निवासी कई आपराधिक मामले के आरोपित सोनू मिश्रा की हत्या बर्मामाइंस पुल के पास 15 दिसंबर 2018 को कर दी गई थी। हत्या का आरोप संजीत साव, अजीत साव, पोपो मुंडा समेत अन्य पर लगा था। संजीत साव के विरोधी डब्लू मिश्रा का साथ देने के कारण सोनू मिश्रा की रंजिश में उस समय हत्या कर दी थी जब वह अदालत में पेशी के बाद वापस अपने पिता के साथ जुगसलाई लौट रही था।

परसुडीह के कीताडीह में मन्ना महतो पर फायरिंग

परसुडीह थाना क्षेत्र कीताडीह संजयनगर के पास मन्ना महतो जुआ अड्डा संचालित करता था। कुछ दूरी पर संजीत साव का अड्डा संचालित होता था। दोनों गिरोह के आपसी वर्चस्व को लेकर अक्टूबर 2018 में कई बार गोलियां चली। मन्ना महतो के घर पर भी फायरिंग की गई। वह बच गया, लेकिन घटना के कुछ माह बाद उसकी आदित्यपुर आरआइटी इलाके में उसकी संदिग्ध मौत हो गई। वह डब्लू मिश्रा और सोनू मिश्रा गिरोह से जुड़ा हुआ था। मन्ना महतो, डब्लू मिश्रा और सोनू मिश्रा ने संजीत साव के पिता एक अक्टूबर 2018 को फायरिंग की थी जिसके बाद से बागबेड़ा में संजीत साव और डब्लू मिश्रा गिरोह के बीच विवाद बढ़ता चला गया।

बागबेड़ा गुदरी मार्केट में हत्या

बागबेड़ा थाना क्षेत्र गुदरी मार्केट में संजीत साव के गुर्गे भोला राम, कल्लू, ब्रजेश समेत अन्य ने कीताडीह ग्वाला पट्टी के युवक कृष्णा साहू की पत्थर से कूचकर 19 दिसंबर 2017 को कर दी थी। उससे रुपये की छिनतई कर ली गई थी।

विपिन पासवान की पत्थर से कूचकर हत्या

बागबेड़ा थाना क्षेत्र सिंह होटल के पीछे अपराधी विभाष पासवान के भाई विपिन पासवन की 7 अगस्त 2018 को पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में राजू सब्जी वाला,संतोष तिवारी, कुंदन, भोला समेत अन्य पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जहां हत्या हुई थी। वहां महुवा शराब अड्डा और जुआ अड्डा संचालित होता है।

रेलवे में मिठ्ठू की हत्या

बागबेड़ा रेलवे कालोनी आरपीएफ बैरक के पास मिठ्ठू की हत्या कर दी गई थी। हत्या में संजीत, गोपाल समेत कई के नाम सामने आए थे। हत्या को आपसी रंजिश में अंजाम दिया गया था। इसी तरह स्टेशन कीताडीह रोड के सनोज पान दुकान के पास बागबेड़ा के तत्कालीन थाना प्रभारी बुधराम उरांव के कार्यकाल में युवक की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी।

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