दूसरी बार फिर ढह गई गैलरी, संवेदक पर सीमेंट में कमी करने का आरोप

लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से भगाबंदी मे बन रही प्रखंड स्तरीय स्टेडियम का निर्माणाधीन गैलरी फिर एक बार ढह गया। इससे पहले 28 नवंबर को गैलरी टूट कर गिर गया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 07:30 AM (IST)
दूसरी बार फिर ढह गई गैलरी, संवेदक पर सीमेंट में कमी करने का आरोप
दूसरी बार फिर ढह गई गैलरी, संवेदक पर सीमेंट में कमी करने का आरोप

संस, घाटशिला : लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से भगाबंदी मे बन रही प्रखंड स्तरीय स्टेडियम का निर्माणाधीन गैलरी फिर एक बार ढह गया। इससे पहले 28 नवंबर को गैलरी टूट कर गिर गया था। उसके बाद पुन: इसका निर्माण कराया गया। बताया जा रहा है कि जोड़ाई कार्य में ठेकेदार के निर्देश पर कम सीमेंट मिलाया जा रहा था। नतीजा यह रहा कि बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे के करीब पुर्ननिर्मित गैलरी फिर ढह गया। निर्माणाधीन गैलरी का बार-बार ढह जाना यह घटिया निर्माण कार्य का द्योतक है। स्टेडियम का निर्माण कार्य किस विभाग से हो रही है, यह किसी को पता नहीं। संवेदक ने कार्य स्थल पर किसी भी प्रकार का सूचना बोर्ड नहीं लगाया है। इस संबंध मे प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि यह किस विभाग से निर्माण कराई जा रही है। इसकी जानकारी नहीं है। परंतु एसडीओ के आदेश पर निर्माण कार्य का जांच किया गया था। जांच के दौरान यह पाया गया कि निर्माण कार्य मे औसत दर्जे का सामग्री इस्तेमाल किया जा रहा है। निर्माण कार्य पर रोक लगाते हुए निर्देश दिया गया था कि आदेश प्राप्त करने के उपरांत ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि मामले की जानकारी जिले के उच्च अधिकारियों को दी जाएगी। मुद्दों का नहीं हुआ निराकरण तो आमरण अनशन पर बैठेंगे विक्रम : मानवाधिकार एवं आरटीआई कार्यकर्ता विक्रम सिंह चौहान ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपी है। 9 सूत्री मांग पत्र में उठाए गए मुद्दों का निराकरण 1 सप्ताह के भीतर नहीं होने पर नगर पंचायत कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठने की घोषणा भी कर दी है। विक्रम द्वारा जिन मुद्दों को उठाया गया है उनमें सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना, विभिन्न योजनाओं की जांच कराना, पीएम आवास योजना के आवंटन में व्याप्त गड़बड़ियों की जांच करते हुए कार्रवाई करना, नगर पंचायत के संवेदकों द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों का सत्यापन करना, अंधेरी गलियों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करना, लाइट की खरीदारी की जांच करना, सफाई का काम देखने वाली पायनियर कंपनी को हटाना तथा नगर पंचायत की योजनाओं की निगरानी के लिए प्रत्येक वार्ड से 5 लोगों की कमेटी का गठन करना शामिल है।

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