Jharkhand Assembly Election 2019 : असीम, महाराज प्रमाणिक समेत चार दस्‍तों पर खास नजर Jamshedpur News

विधानसभा चुनाव को लेकर नक्सली सक्रिय हो गए हैं। असीम महराजा प्रमाणिक समेत चार नक्सली दस्ते सक्रिय है। कोल्हान के तीनों जिले की पुलिस की निगाह इनपर है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 11:06 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 11:06 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019 : असीम, महाराज प्रमाणिक समेत चार दस्‍तों पर खास नजर  Jamshedpur News
Jharkhand Assembly Election 2019 : असीम, महाराज प्रमाणिक समेत चार दस्‍तों पर खास नजर Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। Jharkhand Assembly Election 2019 विधानसभा चुनाव को लेकर कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिंहभूम जिले में चार नक्सली दस्तों पर पुलिस की विशेष निगाह है। इनकी सक्रियता विधानसभा चुनाव में बढ़ रही है। 

सरायकेला-खरसावां के चांडिल में पुलिस ने वांटेड नक्सलियों की तस्वीर जगह-जगह चस्पां की। जवाब में संगठन की ओर से चांडिल में पोस्टर चस्पा कर दिया गया। मई में हुए लोकसभा चुनाव में नक्सलियों ने विशेष कर खरसावां में नक्सली ङ्क्षहसा को अंजाम दिया था। चुनाव के बाद तिरुलडीह में 14 जून को पांच पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारा था। नक्सलियों पर संयुक्त कार्रवाई को झारखंड, बंगाल और ओडिशा पुलिस की संयुक्त बैठक हो चुकी है।

पूर्वी सिंहहभूम में असीम का दस्‍ता

सरायकेला-खरसावां जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में अनल उर्फ पातिराम, महाराजा प्रमाणिक, सिंहभूम में प्रशांत बोस और पूर्वी सिंहभूम की बंगाल सीमा, पटमदा और दलमा क्षेत्र में असीम मंडल उर्फ आकाश के दस्ते सक्रिय हैं। सभी दस्तों का आपस में तालमेल है। एक-दूसरे के प्रभावित क्षेत्र में आना-जाना होता है। लंबे समय तक असीम मंडल का दस्ता सराकेला जिले में सक्रिय था, जो विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले पूर्वी सिंहभूम जिले में प्रवेश कर गया।

दस्‍ते में 17 नक्‍सली

दस्ते के सभी मुखिया पर राज्य सरकार ने इनाम घोषित कर रखा है। असीम मंडल एक करोड़ का इनामी है। दस्ते में 17 से अधिक नक्सली शामिल हैं। इनमें रामप्रसाद मार्डी उर्फ सचिन पटमदा के झुंझका का निवासी है। असीम और सचिन जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो की हत्या के आरोपित हैं।

ईचागढ का है महाराज प्रमाणिक

हाराजा प्रमाणिक सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ के दरौंदा का रहने वाला है। कई मामले में वह वांटेड है। अनल उर्फ पातिराम मांझी संगठन के केंद्रीय कमेटी का है और गिरीडीह का रहने वाला है। उसकी सक्रियता सरायकेला-चाईबासा के सीमा क्षेत्र में है। बता दे कि तिरुलडीह घटना का मास्टर माइंड अनल उर्फ पातिराम ही है।

ये कहते डीआइजी

केंद्रीय बल के सहयोग से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। पुलिसकर्मियों को विशेष टे्रनिंग दी गई है। नक्सलियों की मंशा को सफल नही होने दिया जाएगा।

-कुलदीप द्विवेदी, कोल्हान प्रमंडल डीआइजी

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