निरोगी रहने के ये महामंत्र अपनाएं, 10 दिन में बीमारी दूर भगाएं, आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय के टिप्स
भोजन करने का सही तरीका आपको मालूम हो गया और उस पर अमल कर लिया तो बीमारी आपसे कोसों दूर भाग जाएगी। यदि आप बीमार हो गए हैं तो इन उपायों के अमल से सात से दस दिन में निरोग हो सकते हैं। तो जानिए क्या है वह तरीका।
जमशेदपुर, जासं। यूं तो आयुर्वेद में आरोग्य जीवन के सात हजार सूत्र बताए गए हैं, लेकिन इनमें से कुछ मौलिक बातों काे अपना लेंगे तो काफी होगा। जमशेदपुर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बताती हैं कि भोजन करने का सही तरीका आपको मालूम हो गया और उस पर अमल कर लिया तो बीमारी आपसे कोसों दूर भाग जाएगी। यदि आप बीमार हो गए हैं तो इन उपायों के अमल से सात से दस दिन में निरोग हो सकते हैं। तो जानिए क्या है वह तरीका।
सीमा पांडेय बताती हैं कि दिनचर्या की शुरुआत सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक रहती है। यदि आप निश्चित समय पर सोते और जागते हैं, तो आपकी आधी बीमारी यूं ही दूर हो जाएगी। इसके बाद क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, यह जान लें। अब इसके बाद आपको जानना चाहिए कि कैसे खाना चाहिए और कैसे पानी पीना चाहिए। इसी तरह की दैनिक जीवन से जुड़ी रोजमर्रा की कुछ बातों को जान लें, तो आप हमेशा स्वस्थ व तंदुरुस्त रह सकते हैं।
मंत्र : 1
• भोजन व पानी का सेवन प्राकृतिक नियमानुसार करें
• रिफाइंड नमक, रिफाइंड तेल, रिफाइंड शक्कर (चीनी) व रिफाइंड आटा (मैदा) का सेवन न करें
• विकारों को पनपने न दें (काम,क्रोध, लोभ, मोह, ईर्ष्या)
• वेगो को न रोकें (मल, मूत्र, प्यास, जम्हाई, हंसी, अश्रु, वीर्य, अपानवायु, भूख, छींक, डकार, वमन, नींद)
• एल्मुनियम बर्तन का उपयोग न करें (मिट्टी के सर्वोत्तम)
• मोटे अनाज व छिलके वाली दालों का अत्यद्धिक सेवन करें
• भगवान में श्रद्धा व विश्वास रखें
मंत्र : 2
• पथ्य भोजन ही करें (जंक फूड न खाएं)
• भोजन को पचने दें (भोजन करते समय पानी न पीयें एक या दो घूंट भोजन के बाद जरूर पानी पीएं व डेढ़ घंटे बाद पानी जरूर पीएं)
• सुबह उठते ही 2 से 3 गिलास गुनगुने पानी का सेवन कर शौच क्रिया को जाएं
• ठंडा पानी या बर्फ के पानी का सेवन न करें
• पानी हमेशा बैठ कर घूंट-घूंट कर पीएं
• बार-बार भोजन न करें अर्थात एक भोजन पूरी तरह पचने के बाद ही दूसरा भोजन करें