Kolhan University : पहली बार विभागाध्यक्ष और विश्वविद्यालय का काम एक शिक्षक के ज‍िम्‍मे, ये है वजह

Kolhan University. कोल्हान विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी की समस्या अब विभागीय कार्यों के निष्पादन में भी आड़े आने लगी है। पहली बार हो रहा है कि कोई विभागाध्यक्ष कालेज और विश्वविद्यालय का कार्य एक साथ देखेंगे। जिम्‍मा मिला है बीरबल हेंब्रम को।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 10 Jan 2021 04:05 PM (IST) Updated:Sun, 10 Jan 2021 04:05 PM (IST)
Kolhan University :   पहली बार विभागाध्यक्ष और विश्वविद्यालय का काम एक शिक्षक के ज‍िम्‍मे, ये है वजह
बीरबल हेंब्रम कालेज और विश्वविद्यालय का कार्य एक साथ देखेंगे।

जमशेदपुर, जासं।  कोल्हान विश्वविद्यालय के टीआरएल विभाग के विभागाध्यक्ष बीरबल हेंब्रम कालेज और विश्वविद्यालय का कार्य एक साथ देखेंगे। यह पहली बार हो रहा है कि कोई विभागाध्यक्ष कालेज और विश्वविद्यालय का कार्य एक साथ देखेंगे।

दरअसल, विश्वविद्यालय के पास संताली शिक्षक के रूप में एकमात्र स्थाई शिक्षक बीरबल हेंब्रम ही बचे हुए हैं। इस कारण कोल्हान विश्वविद्यालय को उनकी पदस्थापना टीआरएल विभाग के प्रमुख के पद पर करनी पड़ी थी। वे बहरागोड़ा कालेज में परीक्षा नियंत्रक के साथ-साथ संताली शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। बीरबल हेंब्रम ने कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति को अवगत कराया था कि वे जिस कालेज में कार्यरत हैं, वहां संताली के 100 छात्र हैं। वहीं विश्विवद्यालय में मात्र चार। ऐसे में अगर उन्हें सप्ताह में दो दिन विश्वविद्यालय तथा चार दिन कालेज में कार्य करने की अनुमति दें तो वे यह जिम्मेदारी ले सकते हैं।

बीरबल हेम्‍ब्रम ने किया था आग्रह

विश्वविद्यालय ने भी उनकी मनोभावना तथा छात्रों के हितों का ख्याल रखते हुए आदेश पारित किया है कि वे तीन दिन विश्वविद्यालय तथा तीन कालेज के कार्यों का निष्पादान करेंगे। किस-किस दिन वे कहां कार्यों का निष्पादन करेंगे इस पर निर्णय उन्हें ही करना है। विश्वविद्यालय के इस फैसले का स्वागत संताली शिक्षक बीरबल हेंब्रम ने किया है। कोल्हान विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी की समस्या अब विभागीय कार्यों के निष्पादन में भी आड़े आने लगी है। आगे जाकर विश्वविद्यालय को कई अन्य विषयों के शिक्षकों को ढूंढने में परेशानी होगी। 

चिकित्सीय अवकाश पर गए एमएन तिवारी

कोल्हान विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डा. एमएन तिवारी इन दिनों चिकित्सीय अवकाश पर हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के समक्ष आवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि वे इस पद के लिए आवश्यक शर्तों को पूरा नहीं करते हैं। विश्वविद्यालय की वरीयता सूची में वे पांचवें स्थान पर हैं। ऐसे में इस पद के लिए योग्य शिक्षक को यह दायित्व सौंपा जाना चाहिए।

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