आर्मरी ग्र्राउंड में रोनाल्डो व मेसी में टक्कर, मम्मी-पापा देखकर दंग

जमशेदपुर एफसी की योजना है कि निकट भविष्य में जमशेदपुर शहर से अधिक से अधिक बच्चों को जोडऩे के लिए निकट भविष्य में अधिक से अधिक फुटबॉल उत्सव आयोजित किए जाएं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 08:10 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 08:10 PM (IST)
आर्मरी ग्र्राउंड में रोनाल्डो व मेसी में टक्कर, मम्मी-पापा देखकर दंग
आर्मरी ग्र्राउंड में रोनाल्डो व मेसी में टक्कर, मम्मी-पापा देखकर दंग

जमशेदपुर ( जागरण संवाददाता)। आर्मरी ग्र्राउंड में सुबह से ही चहल पहल थी। इस पल का इंतजार कर रहे बच्चे शायद रात भर सो नहीं पाए थे। सुबह छह बजे से ही जेएफसी की जर्सी में आर्मरी ग्र्राउंड पहुंचने लगे। मौका था,जमशेदपुर एफसी के तत्वावधान में एशियन फुटबॉल कंफेडरेशन ग्र्रासरूट डे पर फुटबॉल फेस्टिवल का। कोई मम्मी का हाथ पकड़े मैदान पर पहुंच रहा है तो कोई शू (जूता) लाना भूल गया तो मम्मी को ही डांटे पड़ा है, तुम बहुत भुलक्कड़ हो गई हो। शुभंकर (7 वर्ष)  के पापा विश्वजीत को ड्यूटी जाने की हड़बड़ी है। जल्दी से उसे कार से उतरने को कहते है। सिद्धार्थ गले लगना चाहता है। पापा भला कैसे निराश करते। बोले-मन लगाकर खेलना। उधर, छह साल की अन्वेषा अपने दादा के साथ आई है। तेज दौड़ते हुए मैदान में प्रवेश करती है। दादाजी जोर से चिल्लाते हैं, अरे आराम से जाओ। 

आठ साल के मनमीत अपने दोस्त संकल्प को कह रहा है, मैं रोनाल्डो, तू मेसी। देखते हैं किसका शॉट कितना दूर जाता है। दोनों शॉट लगाते हैं। तभी कोच पहुंचते हैं और सभी को लाइन में लगने का आदेश देते हैं। 

इस फेस्टिवल में सात सॉकर स्कूल के 300 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। फेस्टिवल में माउंट लिटेरा जी स्कूल मानगो, केरला समाजम मॉडल स्कूल, गोलमुरी,  आरवीएस अकादमी, डिमना रोड,  डीबीएमएस कदमा हाई स्कूल,  लोयोला स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, बिष्टुपुर, हिल टॉप स्कूल, टेल्को व  कार्मेल जूनियर कॉलेज, सोनारी के बच्चों ने भाग लिया। 

ग्र्रासरूट फुटबॉल के प्रमुख कोच कुंदन चंद्रा ने कहा कि बच्चों के साथ-साथ फुटबॉल के प्रति अभिभावकों की प्रतिबद्धता को देखकर काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, बहुत खुशी की बात थी कि एक साथ सैकड़ों ग्र्रासरूट खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण का मौका मिल रहा है। फुटबॉल फेस्टिवल में जमशेदपुर एफसी और टीएफए यूथ एकेडमी के हेड कोच स्पेन के कार्लोस सैंटामरिना ने भी बच्चों को फुटबॉल की तकनीक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, जिस तरह से फेस्टिवल का आयोजन किया गया है वह अद्भुत है। 

फुटबॉल फेस्टिवल में टीएसआरडीएस के 47 प्रशिक्षकों के अलावा सॉकर स्कूल के 24 कोचों ने भी भाग लिया। फेस्टिवल को सफल संचालन के लिए कुछ अभिभावक भी आगे आए। 

इस अवसर पर माउंट लिटेरा जी स्कूल की प्राचार्य कविता अग्र्रवाल ने कहा कि इतने सारे बच्चों को फुटबॉल खेलते देखना और इतनी प्रतिबद्धता देखना अविस्मरणीय अनुभव है। मुझे उम्मीद है कि ये बच्चे खुद को एक्सप्लोर करेंगे और ग्रासरूट प्रोग्राम के साथ अपनी क्षमताओं का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि कोचों को नियमित रूप से शिक्षित करना महत्वपूर्ण है और मुझे उम्मीद है कि निकट भविष्य में जमशेदपुर फुुटबॉल में एक बड़ा नाम बन जाएगा।

जमशेदपुर एफसी की योजना है कि निकट भविष्य में जमशेदपुर शहर से अधिक से अधिक बच्चों को जोडऩे के लिए निकट भविष्य में अधिक से अधिक फुटबॉल उत्सव आयोजित किए जाएं।

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