किसानों को अब तक नहीं मिला अनुदानित बीज
प्रखंड क्षेत्र में धान रोपनी का काम अंतिम दौर में है लेकिन कृषि विभाग द्वारा किसानों के लिए शत-प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराए गए बीच का वितरण अभी तक नहीं किया गया है। सरकार से किसानों के लिए आइआर 64 किस्म का धान का बीज के अलावा अरहर व उड़द की दाल तथा मकई का बीज भी उपलब्ध कराया गया है..
संवाद सूत्र, चाकुलिया : प्रखंड क्षेत्र में धान रोपनी का काम अंतिम दौर में है, लेकिन कृषि विभाग द्वारा किसानों के लिए शत-प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराए गए बीच का वितरण अभी तक नहीं किया गया है। सरकार से किसानों के लिए आइआर 64 किस्म का धान का बीज के अलावा अरहर व उड़द की दाल तथा मकई का बीज भी उपलब्ध कराया गया है। इस संबंध में प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी देव कुमार से पूछने पर उन्होंने बताया कि बीज वितरण का कार्य आत्मा परियोजना के तहत किया जाता है। जो भी बीज प्राप्त हुआ है वह बीटीएम यानी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक के कार्यालय में रखा हुआ है। उनके स्तर से ही वितरण होना है। शनिवार को बीटीएम कार्यालय का दौरा करने पर वह बंद पाया गया। वहां न तो बीटीएम बोधादित्य हांसदा मौजूद थे और ना ही एटीएम हिरणमय महतो। जब बीटीएम से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि बीते 16 जुलाई को एनएफएसएम योजना अंतर्गत शत-प्रतिशत अनुदान पर किसानों के लिए बीज प्राप्त हुआ है। इसमें 2 क्विंटल 40 किलो धान, एक क्विंटल अरहर, एक क्विंटल मकई तथा 40 किलो उड़द का बीज प्राप्त हुआ है जिसका वितरण अभी तक नहीं हो पाया है। फिलहाल लाभुकों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि विभागीय दिशा निर्देश के मुताबिक जनप्रतिनिधियों के माध्यम से बीज का वितरण कराना है। ऐसे लाभुकों का चयन करना है जिन्हें पिछले 3 वर्षों में इस योजना का लाभ न मिला हो। जिन ग्रामों में पिछले 3 वर्षों से बीज वितरण नहीं हुआ है, वैसे ग्राम का चयन करना है। वितरण में 30 फीसदी महिलाओं की हिस्सेदारी सुनिश्चित करना है। धान बीज के लिए खैरबनी तथा अरहर बीज के लिए बुरुजबनी गांव को चयनित किया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जल्द ही नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए बीच का वितरण कर दिया जाएगा।