एनडीआरएफ एवं स्थानीय युवकों की मदद से 24 घंटे के बाद मिला फरहान मुस्तकीम का शव

पूर्वी सिंहभूम के पोटका इलाके में नहाने के दौरान फरहान मुस्तकीम डूब गया था। वह परसुडीह थानाक्षेत्र के मखदुमपुर का रहनेवाला था। शनिवार दोपहर के 12 बजे नहाते हुए डीएसएलआर से फोटो बनाने के चक्कर में पानी में डूबने से मौत हो गई थी l

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 27 Jun 2021 05:11 PM (IST) Updated:Sun, 27 Jun 2021 05:11 PM (IST)
एनडीआरएफ एवं स्थानीय युवकों की मदद से 24 घंटे के बाद मिला फरहान मुस्तकीम का शव
फरहान मुस्तकीम चार दोस्तों के साथ नहाने पहुंचा था।

पोटका (पूर्वी सिंहभूम), जासं। पूर्वी सिंहभूम के पोटका इलाके में नहाने के दौरान फरहान मुस्तकीम डूब गया था। वह  परसुडीह थानाक्षेत्र के मखदुमपुर का रहनेवाला था।  शनिवार दोपहर के 12  बजे नहाते हुए डीएसएलआर से फोटो बनाने के चक्कर में पानी में डूबने से मौत हो गई थी l

काफी खोजबीन के बाद जब मुस्ताकिम का शव बरामद नहीं हो पा रहा था तो स्थानीय युवकों द्वारा पहाड़ भंगा देवता की पूजा की गई जिसके बाद एक घंटे तक खोजबीन करने के बाद शव की बरामदगी हुई। युवकों को कहना है कि इससे पहले भी सात लोगों की डूबने से यहां मौत हो गई थी l पिकनिक स्पॉट सोने से यहां अक्सर जमशेदपुर से लोग नहाने और पिकनिक मनाने के लिए आते हैं। नदी में गहराई काफी होने से अक्सर नहाने के क्रम में डूब जाते हैं l 24 घंटे बाद एनडीआरएफ एवं स्थानीय युवकों की मदद से लाश को बाहर निकाला गया। इसके बाद पोटका पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम भेज दिया l

घटना ऐसे हुई

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि फरहान मुस्ताकिम और चार दोस्त नहाने के दौरान फोटो खिंचवाने के लिए डीएसएलआर कैमरा लेकर शंकरदा पंचायत के पहाड़ भंगा आए हुए थे। इस बीच सभी एक- दूसरे का हाथ पकड़ कर नहा रहे थे और फोटो खिंचवा रहे थे कि इस बीच अचानक पानी का रफ्तार बहुत तेज हो गया और सभी दोस्तों का हाथ एक दूसरे से छूट जाने के कारण तीन दोस्त डूबने लगे। इस दौरान बगल में नहा रहे स्थानीय युवकों द्वारा दो युवकों को बचाया गया मगर मुस्ताकीम बह कर काफी दूर चला गया जिसके बाद उसका कुछ भी पता नहीं चल पाया। देर शाम तक स्थानीय युवक एवं एनडीआरएफ की टीम द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी लाश बरामद नहीं हो पाया। जिसके बाद रविवार सुबह 6:00 बजे से ही एनडीआरएफ एवं स्थानीय युवकों द्वारा खोजबीन की जा रही थी। वहीं दोपहर के 12:00 बजे स्थानीय युवकों एवं एनडीआरएफ के संयुक्त ऑपरेशन में मुस्तकीम का शव दो किलोमीटर दूर नरवा कोचा में झाड़ियों के बीच मिला जिसे बाहर निकाल कर लाया गया। वहीं पोटका पुलिस लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम भेज दिया है वही फरान मुस्ताकीम के परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल है l मुस्तकीम का पिता नसीम मल्लिक ओमान में काम करता है जो अब तक नहीं पहुंच पाया है। वहीं मुस्ताकिम के तीन भाई और दो बहन हैं। स्वयं सबसे बड़ा बेटा था l

शव की बरामदगी में स्थानीय युवक जुटे रहे

स्थानीय युवकों में इंद्रजीत हांसदा, कांग्रेस टुडू, सावना हांसदा, आदिम अकीलन मुर्मू, विकास टूडू, लंगड़ा हांसदा, कांदा टूडू, वर्धन सोरेन आदि द्वारा खोजबीन कर शव को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। स्थानीय नेता मन्नावार हुसैन झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव शव की बरामदगी तक जुटे रहे l

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