बगैर अनुमति लगाया मेला, पुलिस ने कराया बंद

शहर के जिला परिषद डाक बंगला परिसर में बगैर प्रशासनिक आदेश के कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए मेला का आयोजन किया जा रहा था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने रविवार शाम मेला आयोजकों को फटकार लगाते हुए इसे बंद करा दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 06:30 AM (IST)
बगैर अनुमति लगाया मेला, पुलिस ने कराया बंद
बगैर अनुमति लगाया मेला, पुलिस ने कराया बंद

संवाद सूत्र, चाकुलिया : शहर के जिला परिषद डाक बंगला परिसर में बगैर प्रशासनिक आदेश के कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए मेला का आयोजन किया जा रहा था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने रविवार शाम मेला आयोजकों को फटकार लगाते हुए इसे बंद करा दिया। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेंद्र दास के निर्देश पर पुलिस अवर निरीक्षक अभय सिंह एवं सहायक अवर निरीक्षक पितांबर मंडल दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मेला में दुकान लगाने वाले दुकानदारों से प्रशासनिक आदेश दिखाने को कहा। लेकिन वे कोई आदेश नहीं दिखा पाए। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस पदाधिकारियों ने तत्काल सभी दुकानों को बंद कर मेला खत्म करने का निर्देश दिया। दरअसल, दुर्गा पूजा से पूर्व प्रतिवर्ष डाक बंगला परिसर में मेला एवं मीना बाजार का आयोजन किया जाता है। इसी के तहत गत शुक्रवार से डाक बंगला परिसर में मेला की दुकानें लगनी शुरू हो गई थी। कोरोना काल में मेला लगाने को लेकर स्थानीय लोग भी उंगली उठा रहे थे। मामला संज्ञान में आने पर स्थानीय बीडीओ सह इंसीडेंट कमांडर देवलाल उरांव ने थाना प्रभारी से बात की। इसके बाद तत्काल मेला को बंद कराने का निर्णय लिया गया। बीडीओ ने कहा कि डाक बंगला परिसर में अगर सोमवार को दोबारा कोई दुकान लगाता है तो उस पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। पुलिस निरीक्षक ने कहा कि मेला बंद कराने की सूचना वरीय अधिकारियों को दे दी गई है। कोरोना काल में इस तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। मानदेय वृद्धि की मांग पर माता समिति ने सौंपा ज्ञापन : सरकारी विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन पकाने वाली सरस्वती वाहिनी माता समिति की महिलाओं ने मानदेय वृद्धि की मांग की है। इस संबंध में समिति की ओर से स्थानीय विधायक समीर महंती को एक मांग पत्र सौंपा गया है। इस 3 सूत्रीय मांग पत्र में कहा गया कहा है कि हमें दैनिक मजदूर से भी कम मानदेय दिया जाता है। इसलिए यथाशीघ्र मानदेय में बढ़ोतरी की जानी चाहिए। इसके अलावा सहायिका सेविका के अनुरूप ही प्रत्येक 6 महीने में पोशाक देने तथा संविदा से स्थायीकरण करने की मांग भी रखी गई है। विधायक ने माता समिति की मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। मौके पर उपस्थित महिलाओं में झरना बेहरा, नियति हेंब्रम, रानी हेंब्रम, लकीमनी मुर्मू, शर्मिला गिरी, शीतल सोरेन आदि शामिल थे।

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