Cyclone Update Today: आज भी झारखंड के कोल्हान में Cyclone Yaas का असर, जानें ताजा हाल
यास तूफान का कहर कोल्हान के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां गुरुवार को भी जारी है। इस वजह से जिला प्रशासन ने गुरुवार को भी दवा व दूध छोड़कर सभी दुकानें बंद रहने का आदेश दिया है।
जमशेदपुर, जेएनएन। तूफान यास झारखंड में दाखिल होने के बाद सुस्त पडा है। इसका इंट्री प्वाइंट कोल्हान के सरायकेला-खरसावां जिले का राजनगर रहा। रात के अंधेरे में तूफान ने राजनगर से होकर ही झारखंड में इंट्री ली। तूफान का कहर कोल्हान के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां गुरुवार को भी जारी रहने का अनुमान है। इस वजह से जिला प्रशासन ने गुरुवार को भी दवा व दूध छोड़कर सभी दुकानें बंद रहने का आदेश दिया है।
बुधवार को भी दूध व ब्रेड को लेकर लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी, इसलिए इस बार दूध की दुकान दोपहर दो बजे तक खोलने की छूट दी गई है। इसके बावजूद राशन व सब्जी को लेकर लगातार दूसरे दिन लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी। वहीं यास के कारण तीनों जिलों के ग्रामीण इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। कई घरों के छप्पर उड़ गए हैं। राहत व बचाव कार्य जारी है। यास तूफान के कारण तीन दिन से हो रही लगातार बारिश के कारण खरकई नदी का जलस्तर गुरुवार को खतरे के निशान को पार कर गया। इसके के कारण जमशेदपुर के बागबेड़ा के निचले इलाके में बाढ़ का पानी 200 से अधिक घरों में घुस गया।
स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा
इसकी वजह से स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है, लेकिन अभी यह खतरे के निशान से नीचे है। इसके बावजूद जिला प्रशासन दोनों नदी के तट पर रहने वालों को शेल्टर हाउस में लाया जा रहा है। खरकई नदी का सामान्य जलस्तर 423 फुट के स्थान पर गुरुवार की सुबह आठ बजे जलस्तर बढ़कर 431 फुट हो गया। इसके अलावा स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। स्वर्णरेखा नदी का डेंजर लेबल 398.7 फुट (121.5) मीटर है, जबकि गुरुवार की सुबह आठ बजे जलस्तर 391 फुट (119.20 मीटर) है, जो खतरे के निशान से लगभग दो मीटर कम है।
आज टाटा मोटर्स-कमिंस में ए-शिफ्ट में नहीं होगा काम
चक्रवात यास को देखते हुए टाटा मोटर्स में बुधवार को छुट्टी कर दी गई थी। वहीं गुरुवार को कंपनी की एसेंबली लाइन में बी और सी शिफ्ट में काम होगा। ए शिफ्ट में कामकाज नहीं होगा। टाटा कमिंस में भी ए पाली का कामकाज बंद रहेगा। बेहद जरूरी सेवाओं वाले कर्मियों को ए शिफ्ट में बुलाया जाएगा। वे अपनी गाड़ी से आएंगे। वहीं बी और सी शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों को बस सेवा की सुविधा मिलेगी। वहीं विभागीय जरूरतों के मुताबिक कर्मचारियों को फोन कर बुलाया जा सकता है।
सब्जी उत्पादक किसानों को यास तूफान से भारी नुकसान, दामों में आएगी तेजी
पूर्वी सिंहभूम के पटमदा-बोड़ाम व पोटका प्रखंड में सर्वाधिक सब्जी उत्पादक क्षेत्र है। मंगलवार से चल रहे तूफान व लगातार हो रही बारिश के कारण सब्जी के खेतों में पानी भर गया है। पोटका के सब्जी उत्पादक किसान मंडल व दधिचि ने बताया कि लगातार हो रहे बारिश के कारण उनके सात बीघा खेत में लगे सब्जी नेनुआ, बरबट्टी, झींगा, भींडी, करेला सब बर्बाद हो जाएगा। इसी तरह पटमदा के किसान स्वप्न का खेत में लगे बैगन, चंचानन हांसदा के खेत में लगे बरबट्ट हो जाएंगे बर्बाद। इसके अलावा दर्जनों किसान हैं जिनकी फसल पानी के कारण बर्बाद हो जाएगी।