Jamshedpur Moushumi Murder Case: ट्रेनी एयर होस्टेस मौसमी चौधरी की मां तापस को 12 साल बाद भी न्याय का इंतजार

ट्रेनी एयर होस्टेस मौसमी चौधरी की मां तापसी चौधरी को पुत्री की मौत के 12 साल बीत जाने के बाद भी न्याय का इंतजार है। मदर्स डे पर मां ने पुत्री को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। लॉकडाउन रहने के कारण मां ने कोई कार्यक्रम नहीं किया।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 09:57 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 09:57 AM (IST)
Jamshedpur Moushumi Murder Case: ट्रेनी एयर होस्टेस मौसमी चौधरी की मां तापस को 12 साल बाद भी न्याय का इंतजार
12 साल बीत जाने के बाद भी न्याय का इंतजार है।

जमशेदपुर, जासं। ट्रेनी एयर होस्टेस मौसमी चौधरी की मां तापसी चौधरी को पुत्री की मौत के 12 साल बीत जाने के बाद भी न्याय का इंतजार है। मदर्स डे पर मां ने पुत्री को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। कोरोना संक्रमण के आंशिक लॉकडाउन रहने के कारण मां ने कोई कार्यक्रम नहीं किया बल्कि घर पर ही पुत्री को अपनी श्रद्धांजलि दी।

मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता राधाकांत ओझा भी शामिल हुए। तापसी की एकलौती पुत्री मौसमी थी। शहर चर्चित इस मामले का मामला सीबीआइ में अब तक चल ही रहा है। बिष्टुपुर के एक प्रतिष्ठित होटल में वह तापसी चौधरी ट्रेनी एयर होस्टेस थी। नौ मई 2008 को होटल में संदिग्ध परिस्थितियों में उसे टीएमएच में दाखिल कराया गया था। जहां लंबे समय तक इलाजरत रहने के बाद उसकी मौत हो गई थी। उसकी मां तापसी चौधरी मानती है कि पुत्री की मौत नौ मई को ही हो गई थी। मौत मामले की सत्यता को दबाने को पुत्री को बाद में मृत घोषित किया गया। पुत्री के साथ गलत हुआ था।

पूछताछ तक ही सीमित रहा मामला

तापस चौधरी का कहना है कि पुत्री की मौत मामले में होटल मालिक के रसूख और एक कारपोरेट अधिकारी से बेहतर संपर्क की वजह से मामले की पहले बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने लीपापोती की जिसके बाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दो दो बार सीबीआइ जांच हो गई, लेकिन न्याय नहीं मिला। मामला पूछताछ तक ही सीमित रह गया। मां की गुहार है कि मामले की जांच हो। गौरतलब है कि पुलिस ने होटल की लांड्री मशीन में स्कार्फ फंस जाने के कारण दुर्घटना में मौत होना माना था।

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