Electric Vehicle Charger : इस देश के हर घर और ऑफिस में अब इलेक्ट्रिक वाहन चार्जर लगाना जरूरी
EV Chargers टाटा मोटर्स मॉरिस गैरेजेज व टेस्ला जैसी वैश्विक ब्रांड इलेक्ट्रिक व्हीकल पर जोर दे रही है। लेकिन ग्राहक सोच रहे हैं कि कारों को कहां चार्ज कराएंगे। लेकिन इस देश ने ग्राहकों की समस्या दूर कर दी है। जानिए कैसे...
जमशेदपुर : पिछले दिनों एक एजेंसी ने सर्वे किया था जिसमें विभिन्न शहरों के एक लाख लोगों से पूछा गया था कि वे भविष्य में किस तरह (पेट्रोल, डीजल, सीएनजी या इलेक्ट्रिक) के कार खरीदना चाहते हैं। इसमें 47 प्रतिशत ने परंपरागत वाहन यानि पेट्रोल और डीजल चलित कार को ही भविष्य में खरीदने का समर्थन किया था क्योंकि अधिकतर आबादी को अब भी यही चिंता है कि यदि लंबे सफर में कहीं गए और बैटरी खत्म हो गई तो क्या होगा।
भविष्य की जरूरत और प्रदूषण को कम करने के लिए देशवासियों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने को प्रोत्साहित करने के लिए इंग्लैंड की सरकार नई पहल कर रही है। यहां भविष्य में जो भी नए घर, कार्यालय या शॉपिंग मॉल बनेंगे तो उन्हें बाहर में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग मशीन व उससे संबधित बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा।
क्या है योजना
इंग्लैंड की सरकार इस तरह की नई व्यवस्था के तहत सभी घरों और ऑफिस के बाहर स्मार्ट चार्जिंग डिवाइस स्थापित कर रही है। जिसमें ऑफ पीक घंटों के दौरान कोई भी वाहन मालिक अपने वाहनों को स्वचालित रूप से चार्ज कर सकते हैं। सभी ऑफिस ब्लॉक में भी पांच पार्किंग स्थानों के लिए एक चार्ज प्वाइंट स्थापित करना होगा। अधिक चार्जिंग प्वाइंट रहने से यह भी विवाद खत्म हो जाएगा कि कौन पहले चार्ज करे। आपको बता दें कि विश्व में इंग्लैंड पहला और एकमात्र ऐसा देश है जो चार्जिंग स्टेशन के लिए इस तरह की पहल कर रहा है।
घर या ऑफिस संचालकों पर नहीं पड़ेगा वित्तीय बोझ
इंग्लैड सरकार की इस योजना के तहत जो भी निजी कार्यालय या घर के बाहर इस तरह की स्मार्ट चार्जिंग स्टेशन स्थापित करते हैं उन्हें चार्जिंग से जो भी खर्च होगा, उसकी अदायगी सरकार स्वयं करेगी। इसके लिए यूके सरकार ने 1.8 बिलियन डॉलर का बजट रखा है। साथ ही निर्माण लागत भी ज्यादा नहीं आएगी क्योंकि यहां हर घर में 220 वोल्ट की बिजली सप्लाई होती है।
इस योजना से फायदा
इंग्लैंड सरकार की इस योजना से पेट्रोलियम या गैस से संचालित कार मालिकों को इलेक्ट्रिक वाहन में स्विच करने में प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही जब घर के बाहर ही ईवी चार्जिंग स्टेशन होगा तो कोई भी कहीं भी अपने वाहन को चार्ज कर पाएंगे। इससे लोगों की चिंता भी खत्म होगी कि उन्हें अपने वाहन को कहां चार्ज कराना होगा। इंग्लैंड की सरकार ने ईवी चार्जिंग के संबंध में नया कानून वर्ष 2022 में लेकर आ रही है। जिसके तहत सभी पेट्रोलियम व गैस संचालित वाहन वर्ष 2030 तक प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
भारत में ईवी बाजार
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का बाजार तेज पकड़ता जा रहा है। टाटा मोटर्स पहले से यहां टाटा नेक्सॉन और टिगौर के साथ मार्केट लीडर बनी हुई है। वहीं, स्मार्टफोन की दिग्गज कंपनी, जियोमी भी अपना इलेक्ट्रिक वाहन का रजिस्ट्रेशन कराई है। इसके लिए कंपनी 1.55 बिलियन डॉलर निवेश कर रही है। वहीं, टेस्ला भी भारतीय बाजार में प्रवेश कर रही है। क्योंकि कंपनी अपनी कार भारतीय बाजार में बेचना चाहती है लेकिन उसे आयात शुल्क ज्यादा लगेगा। कार की कीमत ज्यादा हुई तो टेस्ला भारतीय बाजार से बाहर हो जाएगी। इसलिए कंपनी भारत में ही अपना प्रोडक्शन यूनिट स्थापित करने की योजना बना रही है।
एमजी भी 2024 तक लांच करेगी दो इलेक्ट्रिक वाहन
विदेशी कंपनी मॉरिस गैराज (एमजी) भी भारत में दो इलेक्ट्रिक वाहन को वर्ष 2024 में लांच करने की तैयारी कर रही है। जीएस ईवी संस्करण में यह एकमात्र इलेक्ट्रिक वाहन होगी।