कारगर रहा बदलाव, जमकर हुआ टीकाकरण

शुक्रवार को चाकुलिया के सभी चार टीकाकरण केंद्रों पर टीका लगवाने के लिए उमड़ी युवाओं की भीड़ ने प्रशासन की नई टीकाकरण व्यवस्था पर सफलता की मुहर लगा दी। एक ही दिन में रिकॉर्ड 1138 लोगों का टीकाकरण हुआ..

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:00 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:00 AM (IST)
कारगर रहा बदलाव, जमकर हुआ टीकाकरण
कारगर रहा बदलाव, जमकर हुआ टीकाकरण

पंकज मिश्रा, चाकुलिया : शुक्रवार को चाकुलिया के सभी चार टीकाकरण केंद्रों पर टीका लगवाने के लिए उमड़ी युवाओं की भीड़ ने प्रशासन की नई टीकाकरण व्यवस्था पर सफलता की मुहर लगा दी। एक ही दिन में रिकॉर्ड 1138 लोगों का टीकाकरण हुआ। 18 से 44 आयु वर्ग के लिए चाकुलिया को कुल 1000 डोज कोविशील्ड वैक्सीन दी गई थी, जिसमें से 985 एक ही दिन में खप गए। विदित हो कि अब तक 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए जो टीकाकरण की व्यवस्था थी उसके तहत पहले मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता था। रजिस्ट्रेशन होने के बाद स्लॉट बुकिग के लिए कई दिनों तक टकटकी लगाए रखना पड़ता था। स्लॉट बुकिग की व्यवस्था भी ग्रामीण क्षेत्र के अनुकूल कतई नहीं थी। जिला के कप्तान डीसी साहब के ट्विटर हैंडल पर कब स्लॉट बुकिग से संबंधित सूचना जारी होगी, इसका पता ही ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नहीं लग पाता था। किसी के पास एंड्राइड मोबाइल नहीं तो कहीं नेटवर्क नहीं। कुछ लोगों को अगर जैसे तैसे स्लॉट बुकिग के समय का पता चल भी जाता तो जब तक वह ऐप खोल कर बुक करने जाते तब तक या तो समय खत्म हो जाता या फिर स्लॉट। फिर क्या, लोग बस हाथ मलते और शासन प्रशासन को कोसते रह जाते। अगले दिन स्थानीय युवाओं को सर्वाधिक मायूसी तब होती, जब वे जमशेदपुर से चमचमाती गाड़ियों में आकर टीका लगवा कर जाते युवाओं को देखते। इस अजीबोगरीब व्यवस्था की व्यथा आखिरकार दैनिक जागरण के माध्यम से स्थानीय विधायक समीर महंती तक पहुंची। विधायक को भी लगा कि इस तरीके से उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग टीका से वंचित रह जा रहे है। उन्होंने स्थिति को समझते हुए तत्काल उपायुक्त से बात की। उपायुक्त ने भी इस बात को गंभीरता से लिया तथा टीकाकरण की नई व्यवस्था लागू हुई। नई व्यवस्था के तहत आन लाइन के बजाय आफलाइन को मंजूरी दी गई। इसके लिए जन प्रतिनिधियों कूपन भी उपल्ब्घ कराया गया। इसके माध्यम से लोगों को टीका लगा।

शुक्रवार को हुए जबरदस्त टीकाकरण के बाद जानकार भी यह मान रहे हैं कि प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के लोगों को वैसे लोगों का टीकाकरण पहले करना चाहिए जो टीका लेने के लिए इच्छुक एवं उत्साही है। इससे टीकाकरण का कुल औसत बढ़ेगा जो कि कोरोना से लड़ने में काफी फायदेमंद होगा।

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