Jamshedpur News: शिक्षाविद अछुआ महाली का निधन, पोटका इलाके में शोक की लहर

Achua Mahali died पूर्वी सिंहभूम जिले के जानेमाने शिक्षाविद अछुआ महाली नहीं रहे। उन्होंने इलाज के दौरान अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से इलाके में शोक की लहर दौड गइ है। उनके योगदान को याद कर लोग उन्हें नमन कर रहे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 01:25 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 01:25 PM (IST)
Jamshedpur News: शिक्षाविद अछुआ महाली का निधन, पोटका इलाके में शोक की लहर
पूर्वी सिंहभूम जिले के शिक्षाविद अछुआ महाली। फाइल फोटो

पोटका (पूर्वी सिंहभूम), जासं। पूर्वी सिंहभूम जिले के जानेमाने शिक्षाविद अछुआ महाली नहीं रहे। उन्होंने इलाज के दौरान अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से इलाके में शोक की लहर दौड गइ है। उनके योगदान को याद कर लोग उन्हें नमन कर रहे हैं।

महाली शिक्षाविद, चिंतनशील सामाजिक कार्यकर्ता, कोवाली लैंपस के अध्यक्ष, अखिल झारखंड किसान समिति के सक्रिय सदस्य, माताजी आश्रम हाता के भक्त, प्लस टू उच्च विद्यालय चाकड़ी एसएमडीसी के वरीय सदस्य, पल्ली मंगल उच्च विद्यालय शांतिपुर कैरासाई के अध्यक्ष, पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर कोवाली के परिषद के सदस्य, इंग्लिश स्कूल कोवाली के अध्यक्ष, पोटका डिग्री कॉलेज निर्माण समिति के अंकेक्षक भी थे। कैनरा बैंक के वरीय शाखा प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त अछुवा महाली को अस्वस्थ होने के बाद तारा सेवा सदन हाता में भर्ती कराया गया था। चिकित्सा के दौरान का रविवार सुबह 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

68 वर्ष के अछुआ महाली का जन्म दक्षिण पोटका के कूटसूरी गांव में एक अत्यंत गरीब परिवार में हुआ था। इनकी प्राथमिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय चाकड़ी, माध्यमिक शिक्षा कैरासाई एवं विद्या निकेतन उच्च विद्यालय हल्दीपोखर व इंटर से पीजी तक की पढ़ाई टाटा कॉलेज चाईबासा में हुइ। गरीब परिवार से होने की वजह से टाटा कॉलेज चाइबासा में ये छात्रावास में अन्य बच्चों को तकनीकी सहयोग करते थे और इनका खर्चा वही बच्चे चलाते थे। ये बताते थे कि दिनभर कॉलेज में उन बच्चों को सहयोग करते एवं रात को अपनी पढ़ाई करते। बहरलाल, इनके निधन से शिक्षा जगत के क्षेत्र में बहुत बड़ी  क्षति हुई है जिसकी भरपाई करना मुश्किल है।

chat bot
आपका साथी