एमजीएम अस्पताल में जल्द शुरू होगी इको-कार्डियोग्राफी, हृदय मरीजों को मिलेगी राहत

नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने एमजीएम में कई विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने को हरी झंडी दी है। हालांकि इससे पूर्व एक निर्धारित समय के अंदर कुछ खामियों को दूर करने का निर्देश दिया है। इसमें इकोकार्डियोग्राफी व सिटी स्कैन मशीन भी शामिल हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 05:29 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 05:29 PM (IST)
एमजीएम अस्पताल में जल्द शुरू होगी इको-कार्डियोग्राफी, हृदय मरीजों को मिलेगी राहत
एमजीएम में पहली बार इकोकार्डियोग्राफी मशीन लगेगी।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल को विकसित करने का कार्य लगातार किया जा रहा है। अगर, सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो बहुत जल्द ही यहां कई अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी। दरअसल, नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने एमजीएम में कई विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने को हरी झंडी दी है। हालांकि, इससे पूर्व एक निर्धारित समय के अंदर कुछ खामियों को दूर करने का निर्देश दिया है। इसमें इकोकार्डियोग्राफी व सिटी स्कैन मशीन भी शामिल हैं।

एमजीएम में पहली बार इकोकार्डियोग्राफी मशीन लगेगी। इसका इस्तेमाल हृदय रोगों के निदान में किया जाता है। चिकित्सकों का कहना है कि इसके माध्यम से हृदय, उसकी शक्ल, उसका आकार, पंपिंग क्षमता सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी हो सकेगा और उसके आधार पर मरीजों का इलाज संभव होगा। फिलहाल यह सुविधा एमजीएम में नहीं है। यहां इससे संबंधित अगर कोई मरीज पहुंचता है तो उसे बाहर में इकोकार्डियोग्राफी कराना पड़ता है। इसके एवज में मरीजों को 1500 से दो हजार रुपये देना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के पास इतनी रकम नहीं होती की वह जांच करा पाएं। ऐसे में उनको बिना जांच कराएं ही वापस लौटना पड़ता है। लेकिन, अब यह मशीन लगने से मरीजों की मुफ्त में जांच हो सकेगी। वहीं, नए सिटी स्कैन मशीन भी खरीदी जाएगी। इसका ऑर्डर दिया जा चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही ये दोनों सुविधाएं उपलब्ध होगी। फिलहाल एमजीएम में सिटी स्कैन मशीन खराब पड़ी हुई है। जिसके कारण मरीजों की जांच बंद पड़ी हुई है।

ये कहते अस्पताल के अधीक्षक

एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि मशीन को बनाने के लिए संबंधित व्यक्ति को बुलाया गया था लेकिन उन्होंने नई मशीन लगाने की सलाह दी है। यह मशीन पूर्व में कई बार खराब हो चुका है। ऐसे में इस मशीन को बनाने से भी ज्यादा दिन तक नहीं चल सकेगा। इसे देखते हुए नए मशीन का ऑर्डर दिया गया है।

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