टाटा स्टील में अब अर्थ मूविंग मशीन चलाएंगे ट्रांसजेंडर, ये रही पूरी जानकारी

टाटा स्टील में अब अर्थ मूविंग यानि भारी वाहन अब ट्रांसजेंडर चलाएंगे। टाटा स्टील प्रबंधन ने इस संबंध में विज्ञापन जारी किया है। केवल एलजीबीटी (लेस्बियन गे बाइ सेक्सुअल व ट्रांसजेंडर) आवेदन कर सकते हैं। ये रही पूरी जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 05:01 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 06:31 PM (IST)
टाटा स्टील में अब अर्थ मूविंग मशीन चलाएंगे ट्रांसजेंडर, ये रही पूरी जानकारी
सफल उम्मीदवार टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो डिवीजन में बहाल किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटा स्टील में अब अर्थ मूविंग यानि भारी वाहन अब ट्रांसजेंडर चलाएंगे। टाटा स्टील प्रबंधन ने इस संबंध में विज्ञापन जारी किया है। टाटा स्टील द्वारा जारी विज्ञापन के अनुसार टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो में अर्थ मूविंग मशीन यानि डंपर, डोजर, ड्रिल, एक्सेवेटर जैसे मशीनरों के लिए ट्रांसजेंडरों के लिए बहाली निकाली है। इसके लिए केवल एलजीबीटी (लेस्बियन, गे, बाइ सेक्सुअल व ट्रांसजेंडर) आवेदन कर सकते हैं।

इसके लिए एलजीबीटी का जन्म पहली सितंबर 1981 से एक सितंबर 2003 के बीच होनी चाहिए। उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा, साक्षात्कार और व्यवहारिक अभिविन्यास परीक्षण के आधार पर होगी। इसके बादउनका मेडिकल भी होगा। इसमें जो भी उम्मीदवार सफल होंगे उन्हें टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो डिवीजन में बहाल किए जाएंगे।

देश की पहली कंपनी जो देगी नौकरी

टाटा स्टील संभवत देश की पहली ऐसी कंपनी होगी जो माइनिंग के क्षेत्र में ट्रांसजेंडरों को बहाल कर रही है। यहां बहाल होने वाले ट्रांसजेंडर भारी वाहनों का संचालन करेंगे। जो भी ट्रांसजेंडर लिखित परीक्षा सहित सभी योग्यता को पूरा करेंगे उन्हें ऑपरेशन असिस्टेंट 3 के पद पर बहाल किया जाएगा और उन्हें 26,900 रुपये मासिक वेतन सहित कंपनी द्वारा दी जाने वाली अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

ट्रांसजेंडरों को मिलेगी हर सुविधा

टाटा स्टील प्रबंधन का कहना है कि टाटा स्टील देश में एलजीबीटी के लिए इक्वालिटी इंडेक्स सर्टिसफाइड कंपनी है। जहां उन्हें कार्यस्थल पर जेंडर न्यूट्रल वॉशरूम, रहने की जगह, ट्रांस फ्रेंडली, हेल्थ केयर की सुविधा भी मिलेगी। एलजीबीटी के पार्टनर को भी कंपनी की ओर से मेडिकल कवरेज की सुविधा दी जाएगी।

2018 में बनी एलजीबीटी एचआर पॉलिसी

आपको बता दें कि टाटा स्टील ने वर्ष 2018 में एलजीबीटी एचआर पॉलिसी तैयार की। इसका उद्देश्य समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ने का समान अवसर देना है। इस पॉलिसी के तहत समान लिंग के वैसे लोग जो साथ रहते हैं उन्हें बच्चे गोद लेने पर चाइल्ड केयर लीव, बच्चे के जन्म पर माता-पिता को छुट्टी, चिकित्सा सुविधा, कर्मचारी सहायता कार्यक्रम, घरेलू यात्रा के लिए छुट्टी सहित अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। टाटा स्टील की वाइस प्रेसिडेंट, एचआर अत्रेई सान्याल का कहना है कि, हम मानते हैं कि एक विविध और समावेशी वातावरण में सभी को समान मौका पाने का अधिकार है। कार्यस्थल की विविधता न केवल हमारे संगठन को मजबूत करता है बल्कि हमारे कर्मचारियों को सही कार्यस्थल भी देता है। टाटा स्टील ने वर्ष 2025 में विविध समूहों वाले 25 प्रतिशत कार्यबल को शामिल करने का लक्ष्य रखा है।

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