कोरोना काल में दिव्यांगों को नहीं मिल रही पेंशन, झारखंड विकलांग मंच ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

Jamshedpur Jharkhand News. झारखंड के दिव्यांगों को पेंशन नहीं मिल रही है। दिव्यांगों के लिए संचालित सरकार की एजेंसियाें ने उन्हें पेंशन देना बंद कर दिया है। ऐसे में झारखंड विकलांग मंच ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:39 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:39 AM (IST)
कोरोना काल में दिव्यांगों को नहीं मिल रही पेंशन, झारखंड विकलांग मंच ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
झारखंड के दिव्यांगों को पेंशन नहीं मिल रही है।

जमशेदपुर, जासं। झारखंड के दिव्यांगों को पेंशन नहीं मिल रही है। दिव्यांगों के लिए संचालित सरकार की एजेंसियाें ने उन्हें पेंशन देना बंद कर दिया है। ऐसे में झारखंड विकलांग मंच ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने को पत्र लिखकर समय रहते समस्या का समाधान कराने की गुहार लगाई है।

झारखंड विकलांग मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ई-मेल एवं ट्विटर के माध्यम से एक पत्र प्रेषित कर दिव्यांगों के लिए संचालित सभी पेंशन शीघ्र भुगतान करने की मांग की है। पत्र में कहा है कि झारखंड में पांच वर्ष की उम्र से ही दिव्यांगों को पेंशन स्वामी विवेकानंद स्वाबलंबन प्रोत्साहन भत्ता के रूप में मिलता रहा है परंतु पिछले वर्ष से स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन भत्ता पाने वाले 18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन में स्थानांतरण किया जाने लगा है। इस प्रक्रिया के नाम पर सभी का पेंशन बंद कर दिया गया है, जिसके कारण राज्य में अधिकतर दिव्यांगों का एक वर्ष से पेंशन बंद है, परिणाम स्वरूप उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है | पत्र में कहा गया है कि स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन भत्ता दिव्यांगों में ऊर्जा का संचार करती है परंतु सामाजिक सुरक्षा पेंशन रिटायरमेंट का प्रतीक है इससे उनके मनोबल में गिरावट होगी | अंत में कहा गया है कि कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी संकट की घड़ी एवं लॉकडाउन जैसी परिस्थिति में पेंशन भुगतान करने से हजारों परिवारों में खुशी लौट आएगी। साथी उम्मीद जताइ है कि सरकार संवेदनशीलता का परिचय देते हुए जल्द इस दिशा में पहल करेगी।

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