अनुमंडल में 273 स्वीकृत वन पट्टा का होगा वितरण
घाटशिला अनुमंडल कार्यालय में शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक की अध्यक्षता में अंचल अधिकारी एवं वन क्षेत्र पदाधिकारियों के साथ वन अधिकार अधिनियम 2006 संशोधित नियम 2008 के तहत अनुसूचित जनजाति एवं परंपरागत वन निवासियों को वन पट्टा देने के संदर्भ में बैठक किया गया। बैठक में पूर्व में स्वीकृत 273 वन पट्टा का जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वितरण कराने हेतु अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
संसू, घाटशिला : घाटशिला अनुमंडल कार्यालय में शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक की अध्यक्षता में अंचल अधिकारी एवं वन क्षेत्र पदाधिकारियों के साथ वन अधिकार अधिनियम 2006 संशोधित नियम 2008 के तहत अनुसूचित जनजाति एवं परंपरागत वन निवासियों को वन पट्टा देने के संदर्भ में बैठक किया गया। बैठक में पूर्व में स्वीकृत 273 वन पट्टा का जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वितरण कराने हेतु अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। वहीं शनिवार की बैठक में अंचल अधिकारियों से निम्न प्रकार के मकान निर्माण हेतु दावा अभिलेख प्राप्त हुए है। नए वन पट्टा हेतु 103 आवेदन विभिन्न अंचल क्षेत्र से प्राप्त हुए हैं। अनुमंडल वनाधिकार समिति की बैठक में उसपर चर्चा किया गया है। बैठक में घाटशिला अंचल अधिकारी राजीव कुमार व अन्य प्रखंडो के अंचल अधिकारी व सीआई मौजूद रहें। अंचलवार वितरित होने वाले वनपट्टा की सूची
1. चाकुलिया : 55
2. घाटशिला : 2
3. धालभूमगढ़ : 21
4. डुमरिया : 76
5. गुड़ाबांधा : 53
6. बहरागोड़ा : 66 अंचलवार नए वनपट्टा स्वीकृति के लिए आए आवेदन
1. चाकुलिया : 29
2. घाटशिला : 5
3. धालभूमगढ़ : 1
4. मुसाबनी : 44
5. डुमरिया : 5
6. गुड़ाबांधा : 11
7. बहरागोड़ा : 8 देर शाम सड़क पर विचरण करते नजर आए 9 हाथी, भय का माहौल : प्रखंड क्षेत्र के पानीजिया जोरपोगोड़ा जंगल में देर शाम 9 हाथी दिखाई देने से सड़क पर चलने वाले ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। चुकरीपाड़ा पंचायत के मुखिया मनसा राम मुंडा ने बताय कि पानीजिया, रावताड़ा, जरपोगोड़ा सड़क पर आने-जाने वाले लोगों ने 9 हाथियों को विचरण करते देखा। उन्होंने ग्रामीणों को हाथियों से सचेत रहने और सावधान रहने का मैसेज वाट्सएप ग्रुप में दिया। मुखिया ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी है। आए दिन हाथियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों का विचरण करने से आतंक का माहौल बना हुआ है। हाथियों के आतंक से शाम होते ही धालभूमगढ़, नरसिंहगढ़ के बाजारों में सन्नाटा पसर जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग शाम होते ही घरों में दुबक जा रहे हैं। शाम पांच बजे के बाद इन क्षेत्र के लोगों ने धालभूमगढ़, नरसिंहगढ़ के मुख्य बाजारों में आना छोड़ दिया है।