Saraikela: नक्सली आत्मसमर्पण व पुनर्वास समिति की बैठक में पांच मामलों पर चर्चा

उपायुक्त ने भटके हुए लोगाें से अपील करते हुए उन्हें झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति से जुड़कर समर्पण करने की बात कही। कहा कि राज्य सरकार की काफ़ी अच्छी है। कहा कि विगत सालों में कई सारे नक्सल गतिविधियों से जुड़े लोग नीति से जुड़ आत्मसमर्पण कर रहे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 11:21 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 11:21 AM (IST)
Saraikela: नक्सली आत्मसमर्पण व पुनर्वास समिति की बैठक में पांच मामलों पर चर्चा
बैठक करते सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त अरवा राजकमल, एसपी आंनद प्रकाश।

जागरण संवाददाता, सरायकेला: उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय नक्सल आत्मसमर्पण पुर्नवास समिति की बैठक हुई। उक्त बैठक में पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश, पुलिस उपाधीषक चंदन कुमार वत्स व सबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। 

बैठक में आत्मसमर्पण के पांच मामलों पर विचार- विमर्श किया गया। उपायुक्त ने कहा कि पूर्व में नक्सल गतिविधियों में संलिप्त पूर्व नक्सली एवं उनके परिवार को आगे बढ़ाते हुए उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ लाभान्वित करने, उन्हें आवास हेतु भूमि आवंटित करने, कौशल प्रशिक्षण से जोड़ने या उनकी सुरक्षा को देखते हुए उन्हें ओपन जेल में रखने तथा राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराने के संबंध में समिति द्वारा निर्णय लिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि ऐसे परिवार के जीवन को अच्छे मार्ग पर लाने के लिए राज्य सरकार एवं प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है।

आत्मसमर्पण नीति का फायदा उठाने की अपील

उपायुक्त ने भटके हुए लोगाें से अपील करते हुए उन्हें झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति से जुड़कर समर्पण करने की बात कही। उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार की काफ़ी अच्छी है। उन्होंने कहा कि विगत सालो में कई सारे नक्सल गतिविधियों से जुड़े लोग भी नीति से जुड़ आत्मसमर्पण कर रहें है। उपायुक्त ने कहा हिंसा के मार्ग से समाज को कभी भी विकास की ओर नहीं बढ़ाया जा सकता है।

एसपी ने कही ये बात

एसपी आंनद प्रकाश ने कहा कि नक्सली गतिविधि के कारण आज गांव का विकास अधूरा पड़ा है। नक्सल गतिविधियों की समाप्ति के साथ गांव में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। जिसमें ग्रामीणों का सहयोग व भागीदारी जरूरी है। सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत गांव के बेरोजगार ग्रामीण युवक जो समाज से भटक गए हैं वे आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़कर समर्पण नीति का लाभ लें। एसपी ने कहा कि अंधविश्वास व नशापान से दूर रहकर ग्राम विकास में महिलाएं अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाएं।

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