मोदी के डिजिटल मंत्री, सड़क पर ही लैपटॉप खोला और इंटरनेशन एजुकेशन कांफ्रेंस में हो गए शामिल
डिजिटल क्रांति का नारा लगानी वाली मोदी सरकार के मंत्री भी डिजिटल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल क्रांति के सपने को साकार बनाने में टीम मोदी कैबिनेट लगी हुई है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण दे रहे हैं केंद्रीय मंत्री (जनजातीय मामले विभाग) अर्जुन मुंडा।
घाटशिला (संवाद सहयोगी)। डिजिटल क्रांति का नारा लगानी वाली मोदी सरकार के मंत्री भी डिजिटल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल क्रांति के सपने को साकार बनाने में टीम मोदी कैबिनेट लगी हुई है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देते हुए देश को डिजिटल क्रांति के महत्व से अवगत करा रहे हैं केंद्रीय मंत्री (जनजातीय मामले विभाग) अर्जुन मुंडा।
केंद्रीय मंत्री को सड़क पर ही लैपटॉप खोलकर ऑनलाइन इंटरनेशनल कांफ्रेंस में भाग लेते दिखाई पड़े, तो सभी अचंभित रह गए। यह दृश्य यह बताने के लिए काफी है कि कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा अपने समय को कितना महत्व देते हैं। दरअसल हुआ यूं कि अर्जुन मुंडा शनिवार को पश्चिम बंगाल एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जमशेदपुर से सड़क मार्ग से जा रहे थे। इसी बीच उन्हें एक इंटरनेशनल एजुकेशन कांफ्रेंस में भाग लेना था। समय के महत्व को समझते हुए अर्जुन मुंडा ने चलती गाड़ी से कांफ्रेंस में भाग लेना उचित नहीं समझा। पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित घाटशिला के फूलडुंगरी में एनएच-18 पर अपनी कार रोक दी। उधर, केंद्रीय मंत्री के स्वागत में भाजपा कार्यकर्ता खड़े थे। गाड़ी रूकते ही भाजपा के उत्साहित कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री के स्वागत में सड़क पर ही भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। मंत्री की गाड़ी से एक शख्स उतरा व उत्साहित कार्यकर्ताओं से नारेबाजी बंद करने का आग्रह किया। उस शख्स ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा अपने लैपटॉप में ऑनलाइन एक इंटरनेशनल कांफ्रेंस में भाग ले रहे हैं। कांफ्रेंस चल रहा है, इसलिए कोई कार्यकर्ता नारेबाजी नहीं करे। यह सुनकर उत्साहित भाजपा कार्यकर्ता मायूस हुए कि अब वे अपने केंद्रीय मंत्री से नहीं मिल पाएंगे व स्वागत नहीं हो सकेगा। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने यह सब देख कर अपने दायित्वों का निर्वहन किया। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने हाथ में लैपटॉप थाम ऑनलाइन कांफ्रेंस में भाग लेते हुए गाड़ी से उतरे व उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढाया। केंद्रीय मंत्री ने सड़क पर खड़े-खड़े ही मंत्री के दायित्व का निर्वहन कर कांफ्रेंस में हिस्सा लेना जारी रखा, ताकि देश में शिक्षा के स्तर को कैसे और बेहतर बनाए जा सके। वहीं पार्टी का जिम्मेदार नेता होने के नाते सड़क पर उतरकर कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढाया। कांफ्रेंस समाप्त होेने के बाद कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। इस स्थिति को देख लोगों के जुबान से एक ही बात निकली कि देश के प्रधान सेवक ने जो वादा दिन रात जनता के बीच सेवा करने का किया है, उस वादे को मोदी कैबिनेट के मंत्री अर्जुन मुंडा भी पूरा करने में लगे हैं।