ट्रेनों में सामान बेच रहे गैर लाइसेंसी हाकर

टाटानगर स्टेशन में और यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में गैर लाईसेंस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Apr 2018 09:04 PM (IST) Updated:Fri, 27 Apr 2018 09:04 PM (IST)
ट्रेनों में सामान बेच रहे गैर लाइसेंसी हाकर
ट्रेनों में सामान बेच रहे गैर लाइसेंसी हाकर

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटानगर स्टेशन में और यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में गैर लाईसेंसी हाकरों द्वारा किसी प्रकार की भी सामग्री बेचने पर पाबंदी है। बावजूद इसके शाम होते ही अवैध रूप से टाटानगर स्टेशन में पांच-छह हॉकर प्रवेश करते हैं और टाटानगर स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में चाय, पानी व अन्य खाद्य सामग्री बेचते हैं। यह हॉकर स्थानीय दबंग लोगों की मिलीभगत से खुलेआम टाटानगर स्टेशन व ट्रेनों में सामान बेच रहे हैं। यह हॉकर सामान बेचने के बदले दंबगों को प्रतिदिन करीब दो सौ रुपये देते हैं। जिसके बदले दबंग युवक इन हॉकरों को ट्रेनों में खुलेआम खाद्य सामग्री बेचने की इजाजत अवैध रूप से दिलवा देते हैं।

सूत्रों की माने तो ट्रेनों में आरपीएफ की गश्ती भी होती है लेकिन यह गश्ती टीम इन हॉकरों के खिलाफ कार्रवाई करने से परहेज करती है। इन गश्ती टीम को भी हॉकरों का नाम व पहचान बता दिया जाता है ताकि वे बिना किसी खौफ के अपने सामान ट्रेन में बेच सकें।

हॉकरों की मिली भगत से होती है ट्रेनों में चोरियां

पुलिस सूत्रों की माने तो हॉकरों की मिली भगत से ही ट्रेनों में चोरियां होती हैं। यह हॉकर नशा खुरानी गिरोह व चोर गिरोह से मिले होते हैं। और कौन रेलयात्री के पास कितना लगेज है और कौन रेल यात्री अकेले सफर कर रहा है इसकी सारी जानकारी यह हॉकर ही नशा खुरानी गिरोह व चोर गिरोह के सदस्यों को उपलब्ध कराते हैं। पूरी जानकारी हासिल करने के बाद चोर गिरोह के सदस्य उक्त रेल यात्री का सामान उड़ाने के बाद ट्रेन से उतर जाते हैं।

20 रुपये प्रति बोतल बेचते हैं पानी

टाटानगर स्टेशन में गैर लाइसेंसी हॉकर रेल यात्रियों को 20 रुपये प्रति लीटर पानी बेच कर चले जाते हैं। यह हॉकर एक बैग में 20-25 बोतल लेकर शाम साढ़े छह बजे के बाद टाटानगर स्टेशन में प्रवेश करते हैं और ट्रेनों में सवार होकर पानी की बोतल बेचने के बाद चले जाते हैं।

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टाटानगर स्टेशन में अवैध रूप से घुसने वाले गैर लाइसेंसी हॉकरों को आरपीएफ ने दो दिन पहले ही गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ बीच बीच में अभियान चलाया जाता है। छुपकर दिन में भी गैर लाइसेंसी हॉकर कभी कभी ट्रेन में सवार हो जाते हैं। नजर पड़ने पर उनको गिरफ्तार कर लिया जाता है।

- एमके सिंह आरपीएफ थाना प्रभारी

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