Corona Treatment: आंध्र प्रदेश की तर्ज पर झारखंड में कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज करने की उठी मांग

झारखंड में कोरोना मरीजों को सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा मिलनी चाहिए। उक्त मांग रविवार को झारखंड ह्यूमन राईट्स कांफ्रेंस (जेएचआरसी) के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से की है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:18 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:18 PM (IST)
Corona Treatment: आंध्र प्रदेश की तर्ज पर झारखंड में कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज करने की उठी मांग
आंध्र प्रदेश की तर्ज पर झारखंड में कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज करने की मांग।

जमशेदपुर, जासं। झारखंड में कोरोना मरीजों को सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा मिलनी चाहिए। उक्त मांग रविवार को झारखंड ह्यूमन राईट्स कांफ्रेंस (जेएचआरसी) के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से की है।

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में ऐसा हो रहा है। जबकि तामिलनाडु व मध्यप्रदेश सरकार भी जल्द इसकी शुरुआत करने की घोषणा कर चुकी है। मनोज मिश्रा ने कहा कि वर्तमान समय में वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण हर आम और खास सभी वर्ग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। निजी अस्पतालों में महंगी फीस देने की स्थिति में लोग नहीं है, जिसका खामियाजा मौत के रूप में दिखाई पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया है। ऐसे में इसके इलाज एवं वैक्सीन को पूरे राज्य में सरकारी ए‌वं निजी अस्पतालों में मुफ्त किया जाना चाहिए। साथ ही कोरोना से मरने वालों को पांच लाख मुआवजा देने की भी मांग की है। बैठक में मनोज मिश्रा, एसएल दास, डीएन शर्मा, गुरमुख सिंह, शिव कुमार सिन्हा, हरदीप सिद्धू, कवींद्र पांडे, रेणु सिंह, अनिमा दास, देवाशीष दास, ऋषि गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।

इलाज के अभाव में लोगों की जा रही जान

जेएचआरसी के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने कहा कि इलाज के अभाव में लोगों की मौत हो रही है। सही समय पर न तो वेंटिलेटर मिल पा रही है और न ही ऑक्सीजन बेड। निजी नर्सिंग होम में मरीजों को भर्ती नहीं लिया जा रहा है। मरीज दर-दर भटक रहे हैं। कई मरीजों की मौत एंबुलेंस में ही हो जा रही है।

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