Deepawali 2021: दीपावली के लिए एक से बढ़कर एक मिट्टी का घरौंदा बनकर तैयार

Deepawali 2021 यदि आप बाजार से घरौंदा खरीद रहे हैं या घर में बना रहे हैं इसके अंदर लाल रंग या हल्दी से स्वास्तिक या ओम बना सकते हैं। दीपावली के दिन घरौंदे में दीपक चलाकर रखने की परंपरा है। इसके अलावा हाथी-घोड़ा तथा बर्नी दीया जलाने की परंपरा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:56 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:56 PM (IST)
Deepawali 2021: दीपावली के लिए एक से बढ़कर एक मिट्टी का घरौंदा बनकर तैयार
दीपावली में मिट्टी का घरौंदा बनाने को शुभ माना जाता है।

मनोज सिंह, जमशेदपुर : दीपावली त्यौहार के मद्देनजर कुम्हारों ने मिट्टी के दीप के साथ ही घरौंदा बनाने का काम शुरू कर दिया है। यही नहीं कुछ स्थानों पर थर्मोकोल का भी घरौंदा बना रहे हैं। जानकारी हो कि पहले घर-घर में मिट्टी का घरौंदा बनाने का प्रचलन था, लेकिन धीरे-धीरे समय में परिवर्तन होने के साथ ही लोग अब रेडीमेड घरौंदा बाजार से खरीदकर घर ले आते हैंं। मान्यता है कि दिवाली पर घरौंदा बनाने को शुभ माना जाता है। यही कारण है कि बाजार में कुम्हारों द्वारा बड़े पैमाने पर मिट्टी के घरौंदे बनाए जा रहे हैं।

शहर के बाराद्वारी स्थित कमला देवी पति दिलीप कुमार ने बताया कि वह प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मिट्टी के घरौंदे बनाए हैं। जिसमें अभी पेंटिंग का काम बचा है। उन्होंने बताया कि उनके घरौंदे की कीमत 200, 250 तथा 300 रुपये रखी गई है। वहीं दूसरी ओर कौशल्या देवी ने बताया कि वह इस बार डिजाइन वाला घरौंदा बनाया है। जिसकी कीमत 400 रुपये से 500 रुपये रखी गई है।

दीपावली पर घरौंदा बनाने को माना जाता है शुभ

दीपावली मे मिट्टी का घरौंदा बनाने को शुभ माना जाता है। इस संबंध में पंडित घनश्याम शर्मा कहते हैं कि पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद कार्तिक माह के अमावस्या के दिन अयोध्या लौटे। तभी उनके आगमन की खुशी में अयोध्यावासी अपने घरों में घी के दीपक जलाकर उनका स्वागत किया था। अयोध्यावासी का मानना था कि भगवान श्रीराम के आगमन से ही उनकी अयोध्यानगरी फिर से बसी है। इसी को देखते हुए लोगों ने घरौंदा बनाकर उसे सजाने का प्रचलन शुरू हुआ। इसे प्रतीकात्मक तौर पर नए नगर बसने के रूप में देखा जाता है। पंडित घनश्याम शर्मा कहते हैं कि मिट्टी की घरौंदा बनाकर पूजा करने से घर की सारी नकरात्मकताओं को दूर करके फिर से घरौंदा बसता है। मान्यता यह भी है कि लड़कियां जब भविष्य में दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करेंगी तो उनका संसार भी सुख समृद्धि से भरपूर रहेगा। घरौंदा में दीपक जरूर जलाएं

यदि आप बाजार से घरौंदा खरीद रहे हैं या घर में बना रहे हैं। इस घरौंदा के अंदर लाल रंग या हल्दी से स्वास्तिक या ओम बना सकते हैं। दीपावली के दिन घरौंदे में दीपक चलाकर रखने की परंपरा है। इसके अलावा हाथी-घोड़ा तथा बर्नी दीया जलाने की परंपरा है।

घरौंदा व अन्य सामनों का दाम

मिट्टी का घरौंदा - 200 रुपये से 500 रुपये तक

दीया बर्नी - 30 रुपये से 100 रुपये तक

घोड़ा-हाथी - 70 रुपये से 80 रुपये तक

फाटक दीया - 250 रुपये

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