जमशेदपुर के गैर कंपनी इलाके में जर्जर बिजली के खंभों पर दौड़ रही 'मौत' Jamshedpur News

कोरोना के डर से बिजली विभाग के कर्मचारी भी सिर्फ आपात स्थिति में ड्यूटी कर रहे हैं। जहां काम चल रहा है चलने दे रहे हैं।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 06:52 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 06:52 PM (IST)
जमशेदपुर के गैर कंपनी इलाके में जर्जर बिजली के खंभों पर दौड़ रही 'मौत' Jamshedpur News
जमशेदपुर के गैर कंपनी इलाके में जर्जर बिजली के खंभों पर दौड़ रही 'मौत' Jamshedpur News

जमशेदपुर (मनोज सिंह) । जमशेदपुर शहर में कई जगह जर्जर खंभे पर बिजली के तार दौड़ रहे हैं। न तो खंभों को दुरुस्त किया जा रहा और न ही तारों को ही बदला जा रहा है। कोरोना के डर से बिजली विभाग के कर्मचारी भी सिर्फ आपात स्थिति में ड्यूटी कर रहे हैं। जहां काम चल रहा है, चलने दे रहे हैं। दैनिक जागरण टीम ने गैर कंपनी इलाके की पड़ताल करने पर पाया कि गोविंपुर के बिरसानगर, मानगो, जाकिरनगर, आजादनगर, तुरियाबेड़ा, शंकोसाई आदि इलाके में जर्जर पोल पर 440 से 11000 वोल्ट की बिजली दौड़ रही है।

तुरियाबेड़ा, जाकिरनगर, बिरसानगर में तो बांस के खंभे पर बिजली दौड़ रही है। इससे बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जर्जर तार व पोल के संबंध में बिजली विभाग के कर्मचारी, एसडीओ से लेकर कार्यपालक विद्युत अभियंता से गुहार लगाई जा चुकी है। बावजूद इसके कोई सुनने वाला नहीं है।  

बिरसानगर जोन नंबर तीन ए ब्लाक में दीवारों से स्पर्श करते हैं तार 

बिरसानगर जोन नंबर तीन ए ब्लाक के केंदुपाड़ा के पास घनी आबादी के बीच बिजली का एक खंभा जर्जर हालत में है। इस खंभे से जो तार निकला है, वह कई दीवारों व पेड़ों से स्पर्श कर रहा है। इसमें बिजली दौड़ रही है। जब आंधी-पानी आती है तो करीब 20 घर के लोग डर जाते हैं। यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से लेकर उपायुक्त तक से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन बिजली विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। जब कोई घटना दुर्घटना हो जाएगी तब सब घडिय़ाली आंसू बहाने के लिए आएंगे, लेकिन जब अभी समस्या से लोग जूझ रहे हैं तो कोई सामने नहीं आ रहा है। 

बारीडीह रमणी फ्लैट के पास क्षतिग्रस्त पोल

बारीडीह रमणी फ्लैट के पास बीते 10 दिनों से किसी बड़े वाहनों के धक्का से एक पोल क्षतिग्रस्त हो गया था। पोल पूरी तरह झुक गया है और वह कभी भी गिर सकता है। उस पोल से तारों पर 440 वोल्ट की बिजली दौड़ रही है। स्थानीय निवासियों ने इस संबंध में सहायक विद्युत अभियंता से शिकायत किया। मोबाइल फोन पर फोटो खींचकर दिया गया। इस पर सहायक अभियंता ने यह कहते हुए पोल को दुरुस्त करने से मना कर दिया कि उनके पास लिखित शिकायत करेंगे तभी उसे ठीक करेंगे। इसके बाद लोगों ने इसकी शिकायत कार्यपालक विद्युत अभियंता प्रदीप कुमार विश्वकर्मा से की। उन्होंने आश्वासन दिया कि उसे जल्द ही ठीक करवा देंगे। उनके आश्वासन का भी एक सप्ताह हो गया, लेकिन पोल को अब तक दुरुस्त नहीं किया गया। यह पोल कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है। 

शिवमंदिर लाइन, डिमना रोड मानगो में मकड़ी के जाल जैसे तार 

मानगो डिमना रोड स्थित शिवमंदिर लाइन में एक ही बिजली के पोल से दर्जनों बिजली का कनेक्शन दिया गया है। ऐसा लग रह है मानो मकड़ी का जाला लगा हो। यदि किसी घर का बिजली का फ्यूज पोल से उड़ गया तो बिजली मिस्त्री को दुरुस्त करने में पसीने छूटने लगते हैं। मुहल्लों में जर्जर तार दौड़ रहे हैं। ऐसे में तारों के नीचे से आने-जाने वालों पर भी खतरा मंडरा रहा है। इसके बावजूद विभाग इन तारों के प्रति जरा भी गंभीर नहीं है। शायद कोई बड़ी दुर्घटना होने पर तार बदले जाएं। 

आजादनगर रोड नंबर 13 बांस के पोल से दौड़ रही बिजली

मानगो के आजादनगर में बिजली आपूर्ति के लिए दौड़ाए गए बिजली के तार काफी जर्जर हो चुके हैं। इसकी वजह से कई मुहल्लों में तार काफी नीचे लटक रहे हैं। समाजसेवी व आजादनगर शांतिसमिति के सचिव मुख्तार खान कहते हैं कि आजादनगर मदरसा के सामने ही बांस के पोल से बिजली दौड़ रही है। इस संबंध में मुख्तार खान कहते हैं कि बीते एक साल से जूनियर इंजीनियर से लेकर बिजली विभाग के सभी अधिकारियों को इस समस्यया का समाधान करने को कहा, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। आंधी-पानी के समय यहां के लोगों की जान पर बनी रहती है।

तुरियाबेड़ा में बांस के पोल के सहारे 100 से अधिक घर

तुरियाबेड़ा में बांस के पोल के सहारे 100 से अधिक घरों में बिजली का कनेक्शन दिया गया है। आश्चर्य की बात है कि इस संबंध में सभी उपभोक्ता बिजली के बिल भी जमा करते हैं। इसके बावजूद वहां पोल नहीं लगाया जा रहा है। बस्तीवासी मिथुन कुमार, नीतू देवी, राहुल सिंह आदि बस्ती विकास समिति के अध्यक्ष ओंकार नाथ ङ्क्षसह के नेतृत्व में मानगो के सहायक विद्युत अभियंता से लेकर कार्यपालक विद्युत अभियंता विशाल कुमार से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उन्हें बताया गया कि जर्जर व लटकते तार के मकडज़ाल के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है। विभागीय उदासीनता के कारण जर्जर बिजली व्यवस्था कभी भी किसी की जान ले सकती है। 

क्या कहते हैं लोग 

बिजली विभाग की इतनी उदाशीनता है कि एक ही पोल से दर्जनों घरों में क्षमता से अधिक बिजली का कनेक्शन दे दिया गया है। जो कभी भी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है। बरसात के साथ ही लॉकडाउन के अवसर पर यदि रात में बिजली का फ्यूज उड़ गया तो भगवान ही मालिक है। बिजली विभाग अविलंब ऐसे इलाके को चिन्हित कर कार्रवाई करे।  - धर्मेद्र प्रसाद, मानगो 

डिमना रोड शिव मंदीर लाइन में ऐसा बिजली का पोल है कि उसे देखनेभर  से ही डर लगता है। गर्मी के दिन हो या जब लोड अधिक हो तो उससे ङ्क्षचगारी निकलने लगती है। बिजली विभाग को चाहिए की एक पोल पर जो कनेक्शन का लोड है, उसे कम किया जाए ताकि दुर्घटनाएं न हो। - प्रवीण सिंह, मानगो 

आजादनगर रोड नंबर 13 मदरसा के पास बांस के पोल से बिजली प्रवाहित हो रही है। इस संबंध में बिजली विभाग से कई बार गुहार लगायी गयी, लेकिन कोई सुनने को ही तैयार नहीं है। यदि कोई घटना घटती है तो इसके लिए बिजली विभाग ही जिम्मेदार होगा। - मो. राजू, आजादनगर

बिजली के जर्जर पोल व उस पर दौड़ रही 440 वोल्ट की बिजली से कभी भी किसी की जान जा सकती है। बिरसानगर के कई इलाके ऐसे हैं जहां तार घर की दीवार को छूकर निकले हैं। जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।  - रॉकी कुमार, बिरसानगर

मानगो में बिजली व्यवस्था की सुधार के लिए काम चल रहा है। जहां तक तुरियाबेड़ा में बांस के सहारे बिजली दौडऩे की बात है, वहां काम करने के लिए एजेंसी को दिया गया है, लॉकडाउन के कारण काम में विलंब हो रहा है। जहां-जहां भी बिजली की समस्याएं हैं, सब दुरुस्त की जाएंगी। - विशाल कुमार, कार्यपालक विद्युत अभियंता, मानगो

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