पड़ोसी के घर के बाहर लटकता मिला युवक का शव

थाना क्षेत्र के लोधासोली पंचायत अंतर्गत खाड़बांधा गांव निवासी युवक सिंहराय मांडी (27 वर्ष) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में गांव के ही दूसरे व्यक्ति घर के बाहर लटकता हुआ पाया गया। मृतक गांव के परानिक (प्रधान) दुर्गाचरण मांडी का एकमात्र पुत्र था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:30 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:30 AM (IST)
पड़ोसी के घर के बाहर लटकता मिला युवक का शव
पड़ोसी के घर के बाहर लटकता मिला युवक का शव

संवाद सूत्र, चाकुलिया : थाना क्षेत्र के लोधासोली पंचायत अंतर्गत खाड़बांधा गांव निवासी युवक सिंहराय मांडी (27 वर्ष) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में गांव के ही दूसरे व्यक्ति घर के बाहर लटकता हुआ पाया गया। मृतक गांव के परानिक (प्रधान) दुर्गाचरण मांडी का एकमात्र पुत्र था। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसडीपीओ कुलदीप टोप्पो, थाना प्रभारी वरुण यादव, पुलिस अवर निरीक्षक जयकांत राय आदि ने मृतक के स्वजनों एवं पड़ोसियों से घटना के बाबत पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि मृतक सिंहराय शनिवार की रात खाना खाकर अपने घर में ही सोया था। उसके पिता दुर्गा मांडी दूसरे कमरे में सोए थे। रविवार सुबह जब वे उठे तो पुत्र को घर से नदारद पाया। इसी बीच गांव के कुछ लोगों ने सूचना दी कि उनके घर से थोड़ी ही दूरी पर स्थित करण मांडी के घर के बाहर छप्पर पर से उनके पुत्र का शव लटक रहा है। उसने गले में फंदा डालकर खुदकुशी कर ली है। इसके बाद तो परिवार में रोना पीटना शुरू हो गया। पुलिस ने जिस व्यक्ति के घर के बाहर शव लटकता मिला उसे एवं उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए उठा कर थाने ले आई। ग्रामीणों से पूछताछ में यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मोहुलीशोल पंचायत की सड़के हुई जर्जर, लोग परेशान : मोहुलीशोल पंचायत के ओडिशा सीमा को जोड़ने वाली दस किमी लबी सड़क जर्जर हो चुकी है। सड़क की दयनीय स्थिति को लेकर जनप्रतिनिधि भी उदासीन है। मोहुलीशोल पंचायत में सबसे ज्यादा परेशान यहां की सड़क से है। इस पंचायत के एनएच 18 से लेकर बिहिदा नदी घाट एवं गुड़ाबांधा होते हुए ओडिशा सीमा को जोड़ने वाली दस किमी सड़क जर्जर अवस्था में है। इस सड़क का निर्माण 15 साल पूर्व आरईओ की ओर से किया गया। इसके बाद सड़क का मरम्मतीकरण कार्य हुआ, लेकिन फिर से वह टूटने लगा है। दूसरी ओर से एनएच 18 से नयाडीह तक जाने वाली लगभग पांच किमी सड़क पूरी तरह जर्जर है। कई बार लोगों ने इस सड़क की मरम्मती की मांग जनप्रतिनिधियों के समक्ष उठाई है, लेकिन समाधान नहीं निकल पाया। दोनों ही सड़क के बारे में ग्राम प्रधान सर्वेंदु नमाता ने कहा कि गांव का सड़क आज से नहीं कई वर्षो से खराब है। इस सड़क को लेकर किसी ने ध्यान नहीं दिया। मुखिया नीलमणि मुंडा का कहना है कि पंचायत स्तर से जो भी योजनाएं थी, उससे छोटी पीपीसी सड़क बनवा दिया। बड़ी सड़क बनवाने को लेकर हमारे पास फंड नहीं है। अपने स्तर से सांसद, विधायक से मिलकर सड़क बनाने का आग्रह कर चुके हैं। भरोसा तो मिला है, पर ये सड़के अब तक नहीं बन पाई है।

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