नो प्लास्टिक जोन होगा दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण्य, साल के पत्तल पर खाना व मिट्टी के बर्तन में मिलेगा पानी
हाथियों के लिए संरक्षित विश्व प्रसिद्ध दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण्य को पर्यावरण प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए वन विभाग कारगर कदम उठाने जा रहा है। दलमा में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अब नो प्लास्टिक जोन में तब्दील करने का प्लान बना लिया गया है।
मनोज सिंह, जमशेदपुर। हाथियों के लिए सरंक्षित विश्व प्रसिद्ध दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण्य को पर्यावरण प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए वन विभाग कारगर कदम उठाने जा रहा है। दलमा में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अब नो प्लास्टिक जोन में तब्दील करने का प्लान बना लिया गया है। इसके लिए खुद वन एवं पर्यावरण विभाग के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी आईएल ख्यांगते दलमा पहुंचे। सचिव दलमा में वन पदाधिकारियों, कर्मचारियों से लेकर इको विकास समिति के सदस्यों के साथ अलग-अलग बैठक कर आवश्यक दिशा- निर्देश दिया।
एडीशनल चीफ सेक्रेटरी ने डीएफओ को निर्देश दिया कि दलमा के अंदर आने वाले पर्यटकों को थर्मोकोल या प्लास्टिक लाने पर प्रतिबंध लगाएं। इसके बदले में पर्यटकों को साल का पत्तल, मिट्टी का बर्तन या कांच का गिलास उपलब्ध कराएं। इकाे विकास समिति को दिया जाएगा फंड
झारखंड सरकार वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी आईएल ख्यांगते ने इको विकास समिति के लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने की बात कही। इसके तहत उन्होंने कहा कि आसपास के ग्रामीणों को प्रथम बार सरकार फंड उपलब्ध कराएगी। इसके बाद समिति के लोग उसी फंड से अपना रोजगार को आगे बढ़ाएंगे। इस अवसर पर डीएफओ डा. अभिषेक कुमार ने बताया कि दलमा के प्रवेश द्वार मकुलाकोचा में इंफार्मेशन सेंटर खुलेगा, जहां इको विकास समिति के लोग मिट्टी या कांच के बर्तन बेचेंगे। इससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा और जंगल को प्रदूषण से बचाने में भी यह सहायक होगा। यही नहीं, दलमा को पर्यटन के लिहाज से लोकप्रिय बनाने के लिए प्रवेश द्वार मकुलाकोचा में दलमा टी-शर्ट भी उपलब्ध होगा। जिसमें दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी लिखा होगा और उस पर हाथी की तस्वीर रहेगी। बाहर से आने वाले पर्यटक यादगार के रूप में टी-शर्ट खरीदेंगे।
दलमा प्रवेश द्वार पर मिलेगी ग्रामीणों द्वारा बनायी गयी सामग्री
दलमा प्रवेश द्वार मकुलाकोचा के पास बनने वाले इंफार्मेशन सेंटर में दलमा टी-शर्ट, दलमा में पाए जाने वाले जड़ी-बूटी, महुआ का आचार, महुआ की रोटी, मशरूम, महुआ का तेल, दलमा मधु, साल का पत्तल का निर्माण कर उसे बिक्री किया जाएगा। उपरोक्त सभी सामग्री का निर्माण इकाे विकास समिति के लोगों द्वारा किया जाएगा।
दलमा में आयोजित बैठक में शामिल होने वाले लोग
बैठक में वन एवं पर्यावरण विभाग, रांची झारखंड के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी आईएल ख्यांगते, दलमा डीएफओ डा. अभिषेक कुमार, रेंजर दिनेश चंद्रा, फारेस्टर अंचित राणा, अंकित श्रीवास्तव, हरी प्रसाद, मनोहर कुमार के अलावा इको विकास समिति के अध्यक्ष युद्धिष्ठिर सिंह सरदार, मनमत सिंह, गोविंद सिंह, खीरोद सिंह, जोगेंद्र सिंह, सदाई सिंह आदि उपस्थित थे।