हाथियों के लिए प्रसिद्ध दलमा पर्यटकों के लिए बंद होने से सैकड़ों बेरोजगार, पर्यटन उद्योग प्रभावित

कोरोना महामारी के कारण शहरबेड़ा में दलमा के द्वार से प्रवेश करने के बाद पिंड्राबेड़ा मकुलाकोचा शिव मंदिर के पास रेस्टोरेंट छोटे-मोटे दुकान के अलावा जंगलों का सैर कराने वाले गाइड के सामने रोटी का संकट आ गया है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 08:10 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 08:10 AM (IST)
हाथियों के लिए प्रसिद्ध दलमा पर्यटकों के लिए बंद होने से सैकड़ों बेरोजगार, पर्यटन उद्योग प्रभावित
दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी हाथियों का संरक्षण स्थल है।

मनोज सिंह, जमशेदपुर : ठंड हो या गर्मी का मौसम, एक समय था जब दलमा में पर्यटकों का तांता लगा रहता था। पर्यटन से यहां के सैकड़ों वाशिंदे की रोजी रोटी चलता था। लेकिन कोरोना महामारी के कारण शहरबेड़ा में दलमा के द्वार से प्रवेश करने के बाद पिंड्राबेड़ा, मकुलाकोचा, शिव मंदिर के पास रेस्टोरेंट, छोटे-मोटे दुकान के अलावा जंगलों का सैर कराने वाले गाइड के सामने रोटी का संकट आ गया है।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्र व राज्य सरकार ने सुरक्षा की दृष्टी से सभी पार्क, वन्य जीव अभ्यारण्य को पिछले छह महीने से बंद कर दिया है। दलमा को बंद होने से यहां के वाशिंदे की स्थिति भूखों मरने जैसी हो गई है। स्थानीय गाइड प्रकाश कहते हैं, वह ट्रेकर का काम करते हैं। जब दलमा में पर्यटकों का तांता लगा रहता है तो गाइड का भी काम कर लेते थे। हमारे जैसे कई युवकों को अस्थायी रोजगार मिल जाता था, जिससे भरण पोषण हो जाता था। वहीं मकुलाकोचा रेस्टोरेंट के संचालक ने बताया कि सरकार के आदेश का बाट जोह रहे हैं। कब दलमा को खोलने का आदेश दें ताकि मेरे साथ सभी कर्मचारियों का आर्थिक स्थिति में सुधार हो।

पर्यटकों के बिना सूना है लाखों खर्च कर बनाए गए बंबू हट, ट्री हाउस

जमशेदपुर से सटे हाथियों के लिए संरक्षित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी अपने अंदर कई प्राकृतिक सौंदर्य व रहस्यों को समेटे है। यहां बरसात में एक माह को छोड़ दिया जाए तो वर्ष भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। दलमा में पर्यटकों के बीच रोमांच पैदा करने के लिए 2019 में ही लाखों रुपये खर्च कर 3000 फीट की ऊंचाई पर ट्री हाउस, बंबू हट बनाए गए थे, लेकिन पर्यटकों के बिना सब सूना है। बांस से बने बेड और कुर्सियां पर्यटकों को खास अहसास दिलाते हैं।

दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के जिला वन पदाधिकारी (डीएफओ) डॉ. अभिषेक कुमार ने बताया कि झारखंड को छोड़कर देश के अन्य राज्यों में पार्क व पर्यटन केंद्र को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी को भी पर्यटकों के लिए चालू करने के लिए उन्होंने सीसीएफ वन्य प्राणी, रांची को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है। सीसीएफ का आदेश आते ही दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इससे छोटे-मोटे व्यवसाय, गाइड का काम करने वाले स्थानीय लोगोंं को फायदा होगा।

दलमा में आने वाले पर्यटक

2016-17 - 34585 पर्यटक

2017-18 - 37680 पर्यटक

2018-19 - 42738 पर्यटक

2019-20 - अप्रैल से बंद 

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