मुसाबनी में सीआरपीएफ जवानों ने किया योग
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मुसाबनी रिक्रिएशन क्लब मैदान में सोमवार को सीआरपीएफ अधिकारियों एवं जवानों ने योग कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम प्रात 530 से 700 तक योग शिक्षक विद्या शंकर उर्फ कबीर कुमार के निर्देशन में संपन्न कराया गया..
संसू, मुसाबनी : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मुसाबनी रिक्रिएशन क्लब मैदान में सोमवार को सीआरपीएफ अधिकारियों एवं जवानों ने योग कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम प्रात: 5:30 से 7:00 तक योग शिक्षक विद्या शंकर उर्फ कबीर कुमार के निर्देशन में संपन्न कराया गया।
योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कबीर कुमार ने कहा कि 'योग: कर्मसु कौशलम' अर्थात कर्म की कुशलता का नाम ही योग है। उन्होंने बताया कि योग का नाम सुनते ही केवल आसन या प्राणायाम या कुछ मुद्रा तक ही हम सीमित रह जाते है। परंतु महर्षि पतंजलि के अनुसार योग एक संपूर्ण जीवनशैली है। गौरव क्रांतिगुरु ने योग, जीवन शैली व वर्तमान वैश्विक परिपेक्ष पर अपनी बातें रखते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। सीआरपीएफ योग ट्रेनर कर्मवीर मल्लिक ने शांति पाठ कर कार्यक्रम का समापन किया। इस मौके पर सीआरपीएफ 193 बटालियन के कमांडेंट पी.इ.पाव, द्वितीय कमान अधिकारी सतीश चंद्र भारद्वाज, के.बी.के.एस.चौधरी, अमित कुमार मिश्रा समेत लगभग 400 जवान मौजूद थे। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने किया अनुलोम-विलोम : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कोरोना गाइडलाइन के तहत शारीरिक दूरी का पालन करते हुए आयोजित इस कार्यक्रम में महिला पर्यवेक्षिकाओं व आंगनबाड़ी सेविकाओं ने योग की विभिन्न मुद्राएं प्रदर्शित की।
महिलाओं ने अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी प्राणायाम, वृक्षासन, भुजंगासन समेत कई प्रकार की योग क्रियाएं की। आंगनबाड़ी सुपरवाइजर शशिलता कुजूर एवं सविता सिन्हा ने मानव जीवन में योग के महत्व को बताया तथा नियमित रूप से इसे करने की सलाह दी। कार्यक्रम में सुपरवाइजर शकुंतला सिकू, नासो मुर्मू, सेविका खुकुमनी पात्र, गीता साव, प्रणति पाल, सीता रानी सोरेन, बाली मुर्मू आदि ने भाग लिया।