Covid Vaccination Update : वैक्सीन का स्लॉट हाउसफुल तो शहर छोड़ गावों की ओर भाग रहे युवा

इसे कहते हैं सवा सेर। शुक्रवार को युवाओं को वैक्सीन देने का पहला दिन था। लौहनगरी में 18-44 आयुवर्ग के लिए दो वैक्सीन सेंटर खुले थे। लेकिन कोविन एप व आरोग्य सेतु एप में रजिस्ट्रेशन ओपेन होने के साथ शहर के सभी टीकाकरण केंद्रों के स्लॉट बुक हो गए।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:00 AM (IST)
Covid Vaccination Update : वैक्सीन का स्लॉट हाउसफुल तो शहर छोड़ गावों की ओर भाग रहे युवा
वैक्सीन का स्लॉट हाउसफुल तो शहर छोड़ गावों की ओर भाग रहे युवा

जमशेदपुर : इसे कहते हैं सवा सेर। शुक्रवार को युवाओं को वैक्सीन देने का पहला दिन था। लौहनगरी में 18-44 आयुवर्ग के लिए दो वैक्सीन सेंटर खुले थे। लेकिन कोविन एप व आरोग्य सेतु एप में रजिस्ट्रेशन ओपेन होने के साथ शहर के सभी टीकाकरण केंद्रों के स्लॉट बुक हो गए। जिला प्रशासन ने ग्रामीण युवाओं के लिए भी वैक्सीनेशन की व्यवस्था की थी। लेकिन प्रशासन डाल-डाल तो शहरी युवा पात-पात।

पहला दिन वैक्सीन लेने में पिछड़ गए ग्रामीण युवा

पहला दिन वैक्सीन लेने में ग्रामीण युवा पिछड़ गए, जबकि शहरी क्षेत्र के युवाओं ने पोटका, बोड़ाम, पटमदा प्रखंड तक जाकर वैक्सीन ले ली। इससे ग्रामीण युवा वंचित रह गए और उन्हें वैक्सीन नहीं मिल सका। पटमदा में लगभग 95 फीसद शहरी युवकों ने ही वैक्सीन ली है। इसी तरह, पटमदा प्रखंड में भी जमशेदपुर से पहुंचे युवकों की संख्या अधिक थी। जुगसलाई में भी इसी तरह की स्थिति देखी गई। इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है कि जागरूकता के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के लोग मोबाइल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाए। दूसरा कारण इंटरनेट का नेटवर्क भी सही नहीं होना बताया जा रहा है। इस कारण से अधिकांश ग्रामीण लोग स्लॉट बुकिंग करने से वंचित रह गए और उन्हें वैक्सीन नहीं मिल सकी।

बोड़ाम, पटमदा में ग्रामीण युवाओं को नहीं मिला चांस

बोड़ाम व पटमदा में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर में भारी संख्या में ग्रामीण युवा वैक्सीन लेने पहुंचे थे लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नहीं होने की वजह से वे वंचित रह गए। बोड़ाम प्रखंड में आदिवासी उच्च विद्यालय में सेंटर बनाए गए थे। यहां 70 लोगों ने कुल वैक्सीन ली। वहीं, पटमदा स्थित बांगुड़गा गांव के आदर्श मध्य विद्यालय में कुल 90 युवाओं ने वैक्सीन ली। दोनों केंद्रों पर 100-100 लोगों को वैक्सीन लेने का लक्ष्य रखा गया था। इन केंद्रों पर लगभग 95 फीसद युवा जमशेदपुर से पहुंचे थे। इसमें मानगो, डिमना रोड, शंकोसाई, आजाद बस्ती, कदमा, सोनारी सहित अन्य क्षेत्र के युवा शामिल थे।

इनका कहना था कि जमशेदपुर के सेंटरों पर स्लॉट खाली नहीं रहने के कारण ये लोग ग्रामीण क्षेत्रों के स्लॉट को बुक कर लिए। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के वृदांवन महतो ने बताया कि मैंने वैक्सीन ले ली। लेकिन, अधिकांश ग्रामीण युवा वापस लौट रहे हैं। उन्हें रजिस्ट्रेशन कराने की पूरी जानकारी नहीं है। बीडीओ राकेश गोप ने बताया कि शनिवार को सुबह छह से शाम पांच बजे तक टीकाकरण किया जाएगा। ग्रामीण युवाओं को वैक्सीन नहीं मिलने पर भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुचीराम बाउरी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड से वैक्सीन देने की सुविधा शुरू होनी चाहिए। शहरी क्षेत्र के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ठीक है।

कदमा, बिष्टुपुर, बर्मामाइंस से वैक्सीन लेने पोटका पहुंचे युवक

पोटका वैक्सीन सेंटर में भी जमशेदपुर के कदमा, बिष्टुपुर, बर्मामाइंस, गोलमुरी, सिदगोड़ा, सुंदरनगर सहित अन्य क्षेत्र से लोग पहुंचे थे। गुरुवार शाम को जैसे ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं स्लॉट बुकिंग के लिए साइट खुला वैसे ही जमशेदपुर शहर के लोगों ने बुकिंग कर लिया। इससे ग्रामीण क्षेत्र के युवा वैक्सीन लेने से वंचित रह गए। ग्रामीणों के पास फोरजी फोन तथा जानकारी के अभाव में वे स्लॉट बुकिंग नहीं कर पाए। सीएचसी प्रभारी डॉ. मृत्युंजय धावड़िया ने बताया कि जागरण के अभाव में ग्रामीण युवक स्लॉट बुकिंग नहीं कर पाए। दोपहर एक बजे तक 160 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी थी।

नोडल पदाधिकारी प्रियंका सिंह ने बताया कि महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए गए है। ताकि किसी को परेशानी नहीं हो। यहां वैक्सीन लेने से पूर्व सभी का कोरोना जांच की जा रही थी। इस दौरान एक युवक संक्रमित मिला। उसे होम आइसोलेशन में रहने का निर्देश दिया गया। कदमा की वंदना कुमारी ने बताया कि वैक्सीन लेने के लिए कई दिनों से इंतजार कर रही थी। जैसे ही मौका मिला तो वे पोटका चली आई। जमशेदपुर के केंद्र पर स्लॉट खाली नहीं था।

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