कोरोना की तीसरी लहर से निबटने की खास तैयारीः टीएमएच, टाटा मोटर्स व टिनप्लेट अस्पताल में 77 बेड का बनाया गया पीआईसीयू

वैज्ञानिकों के अनुसार अगस्त माह के अंतिम सप्ताह तक देशभर में तीसरी लहर आ जाएगी। इसे लेकर जमशेदपुर में भी तैयारी चल रही है। टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) टाटा मोटर्स अस्पताल व टिनप्लेट अस्पताल में बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:29 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:29 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से निबटने की खास तैयारीः टीएमएच, टाटा मोटर्स व टिनप्लेट अस्पताल में 77 बेड का बनाया गया पीआईसीयू
तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। देशभर में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है। देश के कई राज्यों में स्थिति बेकाबू हो गई है, जो चिंता का विषय बना हु्आ है। हालांकि, जमशेदपुर में अभी स्थिति नियंत्रण में है। यहां रोजाना लगभग पांच से कम नए मरीज मिल रहे हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, अगस्त माह के अंतिम सप्ताह तक देशभर में तीसरी लहर आ जाएगी। इसे लेकर जमशेदपुर में भी तैयारी चल रही है।

टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच), टाटा मोटर्स अस्पताल व टिनप्लेट अस्पताल में बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। तीनों अस्पताल में लगभग 77 पीआईसीयू बेड बनाया गया है। वहीं, गंभीर मरीजों के लिए भी अलग से बेड लगाया गया है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर से निपटने में यह तीनों अस्पतालों का अहम योगदान रहा है। तीसरी लहर से भी निपटने के लिए अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से मुस्तैद है। हाल ही में अस्पताल के डॉक्टर, नर्स व पारा मेडिकल कर्मचारियों की संयुक्त बैठक हुई थी जिसमें कोरोना के तीसरी लहर से निपटने पर रणनीति बनी है। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है।

बढ़ाए गए बच्चों के बेड

वैज्ञानिकों के अनुसार, तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसे लेकर सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में अलग से बेड बढ़ाए जा रहे हैं। टाटा मोटर्स अस्पताल में पहले कुल बेडों की संख्या 100 थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 160 कर दिया गया है। यानी अब यहां बच्चे व बड़े मिलाकर कुल 160 मरीज भर्ती हो सकेंगे। यहां बच्चों के लिए पांच पीआइसीयू बेड होगा। वहीं, टाटा मुख्य अस्पताल में कुल 400 बेड है। वहीं, बच्चों के लिए 70 बेड का पीआईसीयू होगा। जबकि टिनप्लेट अस्पताल में कुल 40 बेड होगा। इसमें दो बेड का पीआईसीयू बनाया गया है।

सभी बेडों पर होगी ऑक्सीजन की सुविधा

तीनों अस्पतालों में अभी तक जितने भी बेड तैयार किया गया है उन सभी बेडों पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही बच्चों को इलाज के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका भी ध्यान दिया गया है। बच्चे के स्वजनों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। पीआईसीयू में 24 घंटे डॉक्टर, नर्स व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहेंगे। एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है ताकि इस दौरान किसी तरह की इमरजेंसी पड़ने पर उससे निपटा जा सके। तीसरी लहर के दौरान सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद कर दी जाएगी।

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