ये लहर है जानलेवा: कोरोना ने छीना मां का साया, बेटा अस्पताल में कर रहा मौत से संघर्ष

Corona Second Wave कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लोगों की मौत का सिलसिला चाइबासा में भी शुरू हो गया है।महुलसाई में रहने वाली 71 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 08:33 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:33 PM (IST)
ये लहर है जानलेवा: कोरोना ने छीना मां का साया, बेटा अस्पताल में कर रहा मौत से संघर्ष
मां की मौत के बाद बेटे को परिजनों ने मंगलवार को जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती करा दिया है।

 चाईबासा, जासं। झारखंड के कोल्हान के  पश्चिमी सिंहभूम जिला में कोरोना की दूसरी लहर अब घातक होती जा रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लोगों की मौत का सिलसिला इस जिला में भी शुरू हो गया है। चाईबासा के महुलसाई में रहने वाली 71 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया है।

महिला मधुमेह के रोग से भी ग्रसित थी। सोमवार की रात करीब 10 बजे उसे सांस लेने में तकलीफ के बाद सदर अस्पताल लाया गया था। यहां 10 मिनट के भीतर ही उसकी मौत हो गयी। मंगलवार को कोविड-19 की गाइड लाइन के तहत महिला के शव को शमशान काली मंदिर में ले जाकर परिजनों की मौजूदगी में अस्पताल प्रबंधन ने दाह संस्कार करा दिया। बताया जा रहा है कि 9 अप्रैल को उन्होंने सदर अस्पताल में अपना कोरोना टेस्ट कराया था। टेस्ट में वो पाजिटिव पायी गयीं थी। उनका एक बेटा भी पाजिटिव हुआ था। दोनों होम आइसोलेशन में थे।

पांच दिन में दूसरी मौत

मां की मौत के बाद बेटे को एहतियात के तौर पर परिजनों ने मंगलवार को जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती करा दिया है। कोरोना की दूसरी लहर में जिला में 5 दिन के भीतर दो कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी हैं। इसे मिलाकर जिला में अब तक 41 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इनमें 24 पुरुष व 17 महिलाएं शामिल हैं।

पश्चिमी सिंहभूम के 17 निजी अस्पतालों में 210 बेड कोरोना मरीजों के लिए होंगे सुरक्षित

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन पश्चिमी सिंहभूम में अवस्थित 17 निजी अस्पतालों में अधिकतम 210 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रखवाने की तैयारी कर रहा है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव ने उपायुक्त को जिला स्थित निजी अस्पतालों में न्यूनतम 50 फीसद कोविड-19 बेड आरक्षित करने का निर्देश दिया था। बेड को लेकर मंगलवार को उपायुक्त अनन्य मित्तल ने निजी अस्पतालों के संचालकों की बैठक बुलाई। बैठक में उपस्थित अस्पताल संचालकों से कोविड-19 संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के मद्देनजर स-समय समुचित इलाज हेतु अस्पतालों के क्षमता का 50 फीसद बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के लिए कहा गया है। उपायुक्त ने बताया कि सभी निजी अस्पतालों के निरीक्षण के लिए जिला स्तर से नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं एवं उनके द्वारा अस्पतालों का भ्रमण करते हुए संसाधनों का जांच की जा रही है। अगले दो दिनों आवश्यकतानुसार बेड की संख्या में इजाफा के लिए प्रशासन प्रयासरत है।

निजी अस्पताल में इलाज का मरीज को देना होगा पैसा

उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जितने भी निजी अस्पताल लोगों का इलाज करेंगे, उसमें जो भी खर्च आएगा, उसका वहन लोगों को खुद ही करना है। अस्पताल प्रबंधन को भी यह साफ तौर पर कह दिया गया है कि सरकार के द्वारा जो गाइडलाइन आएगी और जो तय किया जाएगा उसी के अंदर उनको इलाज करना है ताकि जनता पर भी किसी प्रकार का बोझ ना पड़े।-बात नहीं मानने पर नर्सिंग होम का लाइसेंस रद करने की दी चेतावनीउपायुक्त अनन्य मित्तल ने अस्पताल प्रबंधकों से साफ तौर पर कह दिया है कि उन्हें किसी भी सूरत में 50% बेड कोरोना के इलाज के लिए सुरक्षित चाहिए, और यदि ऐसा नहीं होता है तो वैसे अस्पताल संचालकों के ऊपर जिला प्रशासन कार्रवाई करने के लिए कटिबद्ध होगा।

विशेष वैक्सीन अभियान के पहले दिन 150 लोगों ने लिया टीका

नोवामुंडी प्रखंड में मंगलवार को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शुरू किए गए विशेष वैक्सीन अभियान के पहले दिन 150 लोगों को वैक्सीन दी गई। नोवामुंडी प्रखंड में दो दिनों तक चलने वाले विशेष वैक्सीन अभियान के लिए कुल छह जगहों पर शिविर लगाने के लिए केंद्र निर्धारित किया गया है। इसमें कोटगढ़, जेटेया, महुदी, कादाजामदा, बड़ाजामदा व दिरीबुरु पंचायत को चिह्नित किया गया है। रुतागुटू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नरेंद्र सुंडी ने बताया कि नोवामुंडी प्रखंड के ग्रामीण इलाके में 45 साल से अधिक आयु वाले लोगों को वैक्सीन देने के लिए मंगलवार को कुल छह जगहों पर शिविर लगाया गया था। पिछड़े इलाके के लोगों में भी कोविड-19 के प्रति सचेत रहने और जागरूकता लाने के लिए विशेष वैक्सीन अभियान के तहत शिविर बनाया गया था, परंतु शिविर में सिर्फ डेढ़ सौ लोगों ने ही पहुंचकर वैक्सीन लिए है। बुधवार को भी इन्हीं छह शिविर में वैक्सीनेशन का अभियान चलाया जाएगा।

chat bot
आपका साथी