New Corona Variant: कोरोना का नया वैरिएंट हो सकता है खतरनाक, अलर्ट मोड पर पूर्वी सिंहभूम
अधिकांश लोग पुराने दिन को भूल चुके हैं। न तो मास्क पहने नजर आएं और न ही शारीरिक दूरी का ख्याल। वहीं अस्पतालों में भी भारी लापरवाही बरती जा रही है। लगभग सभी हॉस्पिटलों में थर्मल स्क्रीनिंग बंद हो गई है। ये लापरवाही बहुत महंगा पड़ सकती है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : दो साल पूर्व चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस देश, राज्य, जिला, शहर, मुहल्ला व घर तक पहुंच गया। यह कैसे फैली, इससे लगभग सभी लोग अवगत हैं। ऐसे में अब कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का खतरा बढ़ गया है। इसके मरीज भी सामने आने लगे हैं। ऐसे में यह समय संभल जाने का है। पूर्व की तरह गलती बिल्कुल नहीं करें। यह लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
दैनिक जागरण की टीम ने शहर के सभी प्रमुख हॉस्पिटल व सार्वजनिक स्थानों का जायजा लिया तो देखा गया कि लगभग अधिकांश लोग पुराने दिन को भूल चुके हैं। न तो मास्क पहने नजर आएं और न ही शारीरिक दूरी का ख्याल। वहीं, अस्पतालों में भी भारी लापरवाही बरती जा रही है। लगभग सभी हॉस्पिटलों में थर्मल स्क्रीनिंग बंद हो गई है। ये लापरवाही बहुत महंगा पड़ सकती है।
एमजीएम अस्पताल : समय : 12.27 बजे
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एमजीएम अस्पताल के मुख्य द्वार पर एक विशेष टीम की तैनाती की गई थी, जो आने वाले लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग करती थी। इस दौरान शरीर का तापमान अधिक मिलता तो उसकी कोरोना जांच कराई जाती थी। वहीं, अब लोग बेधड़क अस्पताल में प्रवेश करते हैं। न तो मास्क चेकिंग होता है और न ही शारीरिक दूरी का ख्याल। यहां तक की अस्पताल के कर्मचारी भी मास्क पहनना जरूरी नहीं समझते हैं। ऐसे में संक्रमण फैल सकता है।
लाइफ लाइन नर्सिंग होम : समय : 12.45 बजे
साकची स्थित लाइफ लाइन नर्सिंग होम में भी थर्मल स्क्रीनिंग बंद हो गई है। यहां भी लोग बेधड़क आते-जाते नजर आएं। वहीं, मास्क व शारीरिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा था। जबकि कोरोना की दूसरी लहर में यहां के कई डॉक्टर व कर्मचारी संक्रमित हो गए थे। इस कारण से नर्सिंग होम बंद भी रहा। इसके बावजूद भी लापरवाही बरती जा रही है। जबकि यहां हर तरह के मरीज इलाज कराने आते हैं। कोरोना गाइडलाइंस का पालन यहां सख्ती से होना चाहिए।
मानगो बस स्टैंड : समय : 1.30 बजे
पहले मानगो बस स्टैंड पर काफी सख्ती बरती जा रही थी। दूसरे राज्य व जिलों से आने वाले यात्रियों की जांच से लेकर उन्हें मास्क पहनने की हिदायत जी जा रही थी। शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जा रहा था लेकिन अब लोग बेधड़क घूम रहे हैं। वह चाहे यात्री हो या फिर चालक व खलासी। सभी लोग लापरवाह हो गए हैं। ये लोग पहली लहर में भी मानने को तैयार नहीं थे, जिसके कारण वायरस तेजी फैला और लाखों लोगों की जान लगी गई।
टाटा नगर स्टेशन : 2.00 बजे
टाटा नगर रेलवे स्टेशन पर भी लापरवाही देखी गई। यहां पर भी लोग बिना मास्क पहने हुए नजर आएं। जबकि यहां देशभर से ट्रेनें आती है। ऐसे में यह महत्वपूर्ण जगह है। यहां अधिक सावधान होने की जरूरत है। हालांकि, यात्रियों की नमूना लिया जाता है। लेकिन, मंगलवार को रैपिड एंटीजन किट खत्म होने की वजह से आरटीपीसीआर के लिए नमूना लिया जा रहा था। इसकी रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन का समय लगता है। जबकि रैपिड किट से जांच करने पर रिपोर्ट आधे घंटे में मिल जाती है।
कोरोना के नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को सावधान होने की जरूरत है। कोरोना कितना खतरनाक हो सकता है यह किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में सभी नियम का पालन करें। अन्यथा कार्रवाई होगी।
- डॉ. एके लाल, सिविल सर्जन।