Corona Second Wave: कोरोना हो रहा बेकाबू, हांफ रहा महकमा; ये रहा हाल

Corona Second Wave झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में कोरोना धीरे-धीरे बेकाबू होता जा रहा है। आलम यह है कि हर दिन औसतन 25 नये केस सामने आ रहे हैं। ऐसा तब है जब लोग प्रारंभिक लक्षण उभरने के बाद अस्पताल में कोरोना की जांच कराने स्वयं पहुंच रहे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 09:09 AM (IST)
Corona Second Wave:  कोरोना हो रहा बेकाबू, हांफ रहा महकमा; ये रहा हाल
प्रशासन ने 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू किया है।

सुधीर पांडेय, चाईबासा। झारखंड के कोल्हान के पश्चिमी सिंहभूम में कोरोना धीरे-धीरे बेकाबू होता जा रहा है। आलम यह है कि हर दिन औसतन 25 नये केस सामने आ रहे हैं। ऐसा तब है जब लोग प्रारंभिक लक्षण उभरने के बाद अस्पताल में कोरोना की जांच कराने स्वयं पहुंच रहे हैं। अगर जिले में कैंप लगाकर जांच बढ़ायी जाये तो संक्रमण का आंकड़ा और बड़ा हो जायेगा।

जिले में कोरोना के बढ़ते ग्राफ का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 16 मार्च को यहां सक्रिय केसों की संख्या शून्य हो गयी थी। 17 मार्च से 31 मार्च तक 46 नये सक्रिय केस सामने आ चुके थे। वहीं अप्रैल माह में 1 से 13 अप्रैल के बीच 350 कोरोना पाजिटिव केस सामने आये हैं। यानि औसतन 25 नये केस हर दिन आ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सबसे चिंता वाली बात यह है कि अधिकतर केस शहरी इलाकों से निकल रहे हैं। कुल केस का 50 फीसद केवल चाईबासा में ही है।

30 अप्रैल तक धारा 144 लागू

प्रशासन ने कोरोना को काबू में करने के लिए जिले में 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू किया है। वहीं, रात आठ बजे से सुबह 6 बजे तक दुकानें बंद रखने का आदेश निकाला है। हालांकि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए यह बहुत हद तक कारगर नजर नहीं आ रहा। जिले की सीमाएं खुली रहने के कारण संक्रमित शहरों से लोग आसानी से चाईबासा में आ जा रहे हैं। इनकी जांच की कोई व्यवस्था जिला प्रशासन ने नहीं की है। ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या आंशिक लाकडाउन, डंडा व जुर्माना के बल पर कोरोना वायरस पर काबू पाया जा सकेगा?

होम आइसोलेशन पर भरोसा, अस्पतालों में बेड पड़े खाली

पश्चिमी सिंहभूम में कोरोना मरीजों की सुविधा के लिए एक डेडिकेटेड कोविड हास्पिटल और 8 डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर बनाये गये हैं। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिले में अभी 300 बेड तैयार किये गये हैं। इनमें 205 साधारण बेड और 85 आक्सीजन बेड के अलावा 11 आइसीयू बेड और 13 वेंटिलेटर शामिल हैं। 12 अप्रैल तक 35 बेड फुल हो चुके हैं। 265 बेड अभी खाली हैं। करीब डेढ़ दर्जन मरीज रांची और जमशेदपुर में अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं 200 के आसपास मरीज होम आइसोलेशन में हैं।

शून्य से 300 पार की यात्रा

तिथि - पाजिटिव केस 16 मार्च - 00 17 मार्च - 04 18 मार्च - 10 19 मार्च - 00 20 मार्च - 02 21 मार्च - 00 22 मार्च - 01 23 मार्च - 02 24 मार्च - 05 25 मार्च - 02 26 मार्च - 01 27 मार्च -05 28 मार्च - 01 29 मार्च - 02 30 मार्च - 04 31 मार्च - 08 01 अप्रैल -11 02 अप्रैल - 06 03 अप्रैल - 16 04 अप्रैल - 08 05 अप्रैल - 17 06 अप्रैल - 30 07 अप्रैल - 21 08 अप्रैल - 42 09 अप्रैल - 49 10 अप्रैल - 37 11 अप्रैल - 27 12 अप्रैल - 34

 पश्चिमी सिंहभूम जिला में कोरोना मरीजों के लिए बहाल सुविधाएं एक नजर में

1. कोविड केयर सेंटर डीटीआइ पाताहातु - 100 बेड

2. डेडिकेटेड कोविड हास्पिटल सदर अस्पताल - आक्सीजन बेड - 9, वैंटिलेटर मशीन - 9, आइसीयू बेड - 9, कुल बेड - 18

डेडिकेटेड कोविड हास्पिटल सेंटर

1. सेल अस्पताल, किरीबुरू - 5 साधारण बेड, 5 आक्सीजन बेड

2. सेल अस्पताल, गुवा - 5 साधारण बेड, 5 आक्सीजन बेड

3. टिस्को अस्पताल, नोवामुंडी - 20 साधारण बेड, 20 आक्सीजन बेड, 2 वेंटिलेटर मशीन, 2 आइसीयू बेड

4. सीएचसी सोनुवा - 5 साधारण बेड, 5 आक्सीजन बेड

5. सीएचसी मनोहरपुर - 5 साधारण बेड, 5 आक्सीजन बेड

6. सीएचसी मंझारी - 5 साधारण बेड, 5 आक्सीजन बेड

7. सीएचसी खूंटपानी - 25 साधारण बेड, 25 आक्सीजन बेड

8. रेलवे अस्पताल, चक्रधरपुर - 5 साधारण बेड, 5 आक्सीजन बेड

 ये कहते सीएस

कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए हम लोग निजी अस्पतालों में भी 50 फीसद बेड कोरोना संक्रमितों के लिए सुरक्षित रखने की तैयारी कर रहे हैं। इसको लेकर मंगलवार को सभी निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक की गयी है। जरुरत पड़ने पर और इंतजाम किये जायेंगे।

-डा. ओमप्रकाश गुप्ता, सिविल सर्जन , पश्चिमी सिंहभूम।

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