सुरदा माइंस लीज नवीकरण को लेकर कांग्रेस ने मजदूरों संग बैठक कर बनाई आगे की रणनीति
मुसाबनी प्रखंड कांग्रेस कमेटी एवं इंटक की ओर से रविवार को मुसाबनी माइंस लेबर यूनियन कार्यालय में संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष संजय शाह ने की।
संसू, मुसाबनी : मुसाबनी प्रखंड कांग्रेस कमेटी एवं इंटक की ओर से रविवार को मुसाबनी माइंस लेबर यूनियन कार्यालय में संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष संजय शाह ने की। इस बैठक में मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश कांग्रेस के सचिव सह इंटक के संयुक्त सचिव आनंद बिहारी दुबे, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश इंटक के सचिव कॉलटू चक्रवर्ती एवं प्रदेश इंटक के उपाध्यक्ष मारिया दास उपस्थित थी। बैठक में सूरदा माइन्स लीज नवीकरण को लेकर उपस्थित मजदूरों से विचार विमर्श किया गया एवं जानकारी प्राप्त की गई कि अब तक सुरदा माइंस का लीज नवीकरण किस कारण से रुका हुआ है। यहां कहां बाधा उत्पन्न हो रही है। मुख्य अतिथि आनंद बिहारी दुबे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि स्थानीय विधायक रामदास सोरेन से विचार-वमर्श कर लीज नवीकरण की बाधाओं को दूर करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, डॉ अजय कुमार एवं कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों एवं विधायकों से संपर्क कर लीज को जल्द से जल्द पूरा करने का उन्होंने मजदूरों को भरोसा दिया। उपस्थित मजदूरों को उन्होंने उतरदायित्व दिया कि अधिक से अधिक मजदूर हस्ताक्षर अभियान का भगीदार बने ताकि मांग पत्र में इन्हें भी शामिल किया जा सके। बैठक का संचालन लक्ष्मण चंद्र बाग ने किया। बैठक में मुख्य रूप से शमशेर खान, राजेंद्र सिंह, बबलू सिंह, शंकर सिंह, पीटर दास, हरि गिरि, मोहम्मद इब्राहिम, मो मुस्तकीम, संजय गुप्ता, एंथोनी दास, मकड़ा पातर, शैलेंद्र सिंह, आरकी मेरीदास, जोबा सरदार सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता व मजदूर उपस्थित थे। यूसिल के 500 अधिकारियों के खाता में धनवर्षा, मजदूरों में मायूसी : यूसिल प्रबंधन ने शुक्रवार को यूसिल के लगभग 500 अधिकारियों के खाते में पीआरपी उर्फ प्रदर्शन से संबंधित भुगतान के रूप में लगभग 10 से 11 करोड़ का भुगतान किया है। अधिकारियों में हुई धनवर्षा से यूसिल के अधिकारी गदगद हो गए हैं। इस भुगतान में फोरमैन से लेकर यूसिल सीएमडी तक के खाते में इसकी रकम भेजी जाती है। यह रकम यूसिल के परफॉर्मेंस रिलेटेड प्रदर्शन से संबंधित भुगतान है, जो प्रदर्शन के आधार पर भुगतान किया जाता है। यूसिल के अधिकारियों के बीच न्यूनतम 2 लाख व अधिकतम लगभग 40 लाख तक का भुगतान होता है। पीआरपी के भुगतान से अधिकारियों में हर्ष है। वहीं यूसिल यूसिल के 4500 कर्मी मायूस हैं। यूसिल कर्मियों को इस वर्ष दुर्गा पूजा में किसी प्रकार का बोनस नहीं दिया गया था। न ही अधिक उत्पादन होने पर उसका अंश दिया गया। यूसिल कर्मियो को रात्रि भत्ता सहित बकाया का भी भुगतान नहीं किया गया है। इस मामले को लेकर प्रबंधन के साथ लगातार वार्ता हो रही है। यूसिल कामगार यूनियन के महासचिव राजा राम सिंह ने बताया कि 29 नवंबर को धनबाद में एएलसी के साथ बकाया भत्ता के भुगतान सहित कई मुद्दे को लेकर यूनियन की बैठक आयोजित की गई है।