पथ निर्माण विभाग : नए कार्यपालक अभियंता के सामने होंगी गोविदंपुर एलिवेटेड कोरिडोर व आरओबी बनाने की चुनौतियां

जमशेदपुर पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के रुप में राम विलास साहू के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी गोविंदपुर एलिवेटड कोरिडोर व गोविदंपुर रेलवे ओवर ब्रिज जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कराना। एलिवेटेड कोरिडोर बनाने वाले संवेदक ने कोर्ट के माध्यम से विभाग को नोटिस दी है।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Dec 2020 10:07 AM (IST) Updated:Tue, 15 Dec 2020 10:07 AM (IST)
पथ निर्माण विभाग :  नए कार्यपालक अभियंता के सामने होंगी गोविदंपुर एलिवेटेड कोरिडोर व आरओबी बनाने की चुनौतियां
पथ निर्माण विभाग में पदभार ग्रहण करते रामविलास साहू।

जमशेदपुर : जमशेदपुर पथ प्रमंडल में पदस्थापित कार्यपालक अभियंता नर्मदेश्वर सहाय का रांची तबादला व उनके स्थान पर चाईबासा में पदस्थापित कार्यपालक अभियंता रामविलास साहू के पदस्थापना की गयी। नए कार्यपालक अभियंता रामविलास साहू सोमवार देर शाम पदभार ग्रहण किया।

अब रामविलास चाईबासा, जमशेदपुर पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के साथ ही एनएचएआई के भी कार्यपालक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। पदभार ग्रहण करने के बाद कार्यपालक अभियंता मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए रांची रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के अधिकारियों के साथ रांची में बैठक है। बैठक करने के बाद वह चाईबासा चले जाएंगे।

बुधवार को जमशेदपुर आकर चल रहे कार्यों की जानकारी लेंगे। जमशेदपुर पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के रुप में राम विलास साहू के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी गोविंदपुर एलिवेटड कोरिडोर व गोविदंपुर रेलवे ओवर ब्रिज, जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कराना।जानकारी हो कि गोविंदपुर में बनने वाले एलिवेटेड कोरिडोर बनाने वाले संवेदक ने कोर्ट के माध्यम से पथ निर्माण विभाग को नोटिस जारी किया है। इससे पथ निर्माण विभाग को कोर्ट कचहरी की दौड़ लगानी होगी।

वहीं दूसरी ओर गाेविंदपुर रेलवे हाल्ट के पास बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण। इसकी 60 करोड़ की राशि कई वर्षों से विभाग के पास पड़ा हुआ है, लेकिन जमीन अतिक्रमण के कारण कोई इसके निर्माण में हाथ नहीं डाल रहा है। तीसरा है जुगसलाई में वर्षों पुरानी आरओबी (रेल ओवरब्रिज) का निर्माण। हालांकि वर्तमान कार्यपालक अभियंता नर्मदेश्वर सहाय के प्रयास से स्वयं जमशेदपुर के उपायुक्त सूरज कुमार ने स्थल का निरीक्षण किया और निर्माण में बाधा बन रहे 54 मकानों को दूसरे जगह स्थानांतरित करने पर सहमति बना दी। इसके बाद शहर के कई कंपनियों व संस्था के सहयोग से 54 मकान का निर्माण सीएसआर के तहत करने के लिए मना लिया। इसी तरह जुगसलाई आरओबी निर्माण की बाधा दूर हो गयी और काम एक बार फिर तेज गति से शुरू हो गयी है। अब पथ निर्माण विभाग जमशेदपुर के नए कार्यपालक अभियंता किस तरह समस्याओं से निबटते हैं, यह उनकी कार्यकुशलता पर निर्भर करती है।

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